हमारा समाज ब्यूटी स्टैंडर्ड के ऊपर चलता है। अगर किसी की बॉडी उन ब्यूटी स्टैंडर्ड के अनुसार नहीं है तो हम उस व्यक्ति का मजाक बनाते हैं।
हमें लगता है कि हम सब कि आइडियल बॉडी होनी चाहिए लेकिन ऐसा संभव नहीं है। हमें खुद को वैसे ही स्वीकार करना है, जैसे हम है। हमें इस बात को समझना होगा कि सब लोग पॉजिटिव बॉडी इमेज के हकदार है चाहे समाज उन्हें किसी भी नजर से देखें। खासकर महिलाओं की बात की जाए तो लाइफ में वो बहुत सारे शारीरिक बदलाव में से गुजरती हैं जैसे पीरियड्स, प्रेगनेंसी, एजिंग और लाइफस्टाइल कारक। इस दौरान उनकी बॉडी में बहुत सारे बदलाव आते हैं। इन सब के कारण उनकी बॉडी एक जैसी नहीं रहती तो ऐसे में उन्हें बॉडी शेमिंग का सामना करना पड़ता है। आज हम जानेंगे कि कैसे महिलाएं बॉडी पॉजिटिविटी को अपने जीवन में अपना सकती हैं-
ऐसे लाएं अपने जीवन में बॉडी पॉजिटिविटी
जैसे हो खुद को वैसे ही स्वीकार करें
बॉडी पॉजिटिविटी के लिए सबसे पहले खुद को स्वीकार करना सीखें। यदि हम ही अपने आप को स्वीकार नहीं करेंगे तो कोई और क्यों करेगा। हम में से बहुत सारी महिलाएं खुद को स्वीकार ही नहीं करती हैं। उनके मन में जो समाज की तरफ से एक आइडियल बॉडी इमेज बनाई गई है वो उसे ही पाना चाहती हैं लेकिन, वो भूल जाती हैं कि हम सब अलग है। हमें खुद को वैसे ही स्वीकार करना चाहिए जैसे हम हैं। अगर आपको लगता है कि सिर्फ गोरी लड़कियां ही सुंदर होती हैं तो क्या आप अपनी स्किन का कलर बदल सकते हैं? इसका जवाब नहीं है। हम खुद की पर्सनैलिटी बदल सकते हैं और हेल्दी रख सकते हैं लेकिन हम हमारी बॉडी को नहीं बदल सकते। इसलिए अपने आप को स्वीकार करें।
दूसरों के साथ ही नहीं खुद के साथ भी अच्छी बातें करें।
हम सब अपने दोस्तों, अपने आसपास और परिवार के लोगों और बच्चों से तो हमेशा अच्छी, प्यारी और पॉजिटिव बातें करते हैं लेकिन जब बात अपनी आती है तो हम नकारात्मकताओं से घिर जाते हैं और अपने बारे में कुछ भी अच्छा ढूंढ नहीं पाते,समझ नहीं पाते और खुद को मना नहीं पाते कि हम भी अच्छे हैं। ऐसे में आप अपने आप को हर रोज शीशे में देखें और अपने अच्छी बातों को खुद के साथ डिस्कस करें। जब भी आपके मन में नेगेटिव सेल्फ टॉक आती है तो उसे अवॉइड करने की कोशिश करें। आपको अपने बारे में जो चीज अच्छी लगती हैं, उसकी लिस्ट बनाएं। अगर दूसरे आपका आपकी किसी चीज के लिए मजाक बना रहे हैं तो आप पहले उसे सोचिए कि क्या वह चीज सच में है? क्या आप उसमें बदलाव कर सकते हैं?
कभी भी खुद को दूसरों के साथ तुलना मत करें
दूसरों के साथ खुद की तुलना मत कीजिए। आप जो भी सोशल मीडिया या फिर टीवी पर देखते हैं, उसे बिल्कुल भी सच मत माने। आप उन रियलिस्टिक चीजों के पीछे मत भागें। आप अपनी सच्चाई को स्वीकार करें और उसके साथ रहना सीखे। आप दूसरों के जैसा बनने की कोशिश मत करें। आप अपनी इंडीविजुअलटी को कायम रखें।
नेगेटिव लोगों से संपर्क तोड़े
आप नेगेटिव लोगों से कनेक्शन मत रखें जो आपका मजाक उड़ाते हैं और आपको खुद के लिए बुरा महसूस करवाते हैं। ऐसे लोगों के साथ आपको कोई राब्ता नहीं रखना चाहिए बल्कि आपकी दोस्ती उन लोगों के साथ होनी चाहिए जो हमेशा आपकी अपलिफ्टमेंट की बात करते हैं। उन्हें आपके व्यवहार से ज्यादा फर्क पड़ता है न कि किसी से कि आप कैसे दिखाई देते हैं। जो लोग दूसरों का मजाक बनाते हैं या फिर उन्हें उनके बारे में बुरा बोलते हैं वह कभी भी आपके सही दोस्त नहीं है।
सुंदर नहीं हेल्दी बॉडी पर फोकस करें
सुंदरता से पहले हमारा फोकस एक स्वस्थ शरीर पर होना चाहिए। अगर आपकी बॉडी हेल्दी है, आप अच्छा खाना खा रहे हैं और रोजाना एक्सरसाइज कर रहे हैं तब यह मैटर नहीं करता है कि आपकी शेप, साइज या फिर आपकी स्किन टोन क्या है। आपका मुख्य उद्देश्य स्वस्थ रहना होना चाहिए। अगर आपको कोई बीमारी नहीं है और आप एनर्जेटिक महसूस कर रहे हैं तो आप बहुत सुंदर हैं और आपको किसी की वैलिडेशन की जरूरत नहीं है।
कंप्लीमेंट को स्वीकार करें
भारतीय महिलाओं की सबसे बड़ी प्रॉब्लम यह है कि जब उन्हें कोई कंप्लीमेंट देता है तब वह उसे स्वीकार नहीं करती हैं। उन्हें लगता है कि हम शायद ऐसे नहीं हैं लेकिन जब भी आपको कोई भी अच्छा कंप्लीमेंट मिलता है तो आपको उसे मुस्कुराहट के साथ स्वीकार करना चाहिए। इसके साथ ही सामने वाले को इसके लिए धन्यवाद भी करना चाहिए। इससे आपका कॉन्फिडेंस भी बढ़ेगा और आपको अपनी अच्छाइयों के बारे में भी पता चलेगा।
अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन (क्वालीफाईड डायटीशियन// एडुकेटर अहमदाबाद)