सर्दी-खांसी होने के अनेक कारण हो सकते हैं, इनमें मौसम में बदलाव सबसे प्रमुख है। अगर शुरूआती दौर में इसका सही से इलाज नहीं किया जाए तो सर्दी-खांसी कई अन्य प्रकार की बीमारियों को दावत दे सकती है। इसलिए, यह बहुत आवश्यक है कि इसका उपचार अच्छी तरह किया जाए। हम आपको उन 7 फूड आइटम्स के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं जिनका सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है-
केला- आपने सुना होगा कि जैसे ही घर में किसी को सर्दी-खांसी की समस्या होती है तो लोग केला नहीं खाने की सलाह देते हैं, ऐसी धारणा है कि केला का सेवन करने से कफ की समस्या बढ़ सकती है। लेकिन वास्तविकता इसके बिल्कुल विपरित है, दरअसल केला में पोटेशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है, इसके अलावा केला में इलेक्ट्रोलाइट्स और मिनरल्स भी पाए जाते हैं। केला हमारे शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाता है इसलिए ये सलाह दी जाती है कि खांसी जुकाम होने पर केले का सेवन करना बंद ना करें।
गुड़- देसी गुड़ का सेवन बहुत फायदेमंद हो सकता है। सर्दी-खांसी होने पर चीनी की बजाय गुड़ का उपयोग करें। आप चाहे तो अदरक के साथ गुड़ को गर्म करके भी सेवन कर सकते हैं।
दालचीनी- देसी नुस्खे के तौर पर दालचीनी बेहतरीन विकल्प हो सकता है। दालचीनी के पाउडर में शहद मिलाकर पानी के साथ इसको पी लें। खांसी की समस्या होने पर ये सटीक समाधान साबित हो सकता है।
शहद- प्राकृतिक शहद के फायदों से आप भलीभांति परिचित होंगे ही। सर्दी-खांसी की परेशानी को दूर करने के लिए आप शहद का सेवन जरूर करें। आप चाहे तो चाय या गर्म नींबू पानी में शहद को मिलाकर प्रयोग में ला सकते हैं। इसके अलावा अगर गले में खराश की समस्या है तो भी ये उपयोगी हो सकता है। गले में जलन या सूजन से राहत दिलाने में भी शहद कारगर उपाय सिद्ध हो सकता है।
अनानास- अनानास एक ऐसा फल है जो सर्दी-खासी होने पर बहुत कारगर उपाय साबित हो सकता है। अगर आप खांसी से तत्काल राहत पाना चाहते हैं तो अनानास का सेवन जरूर करें।
लहसुन- अपने गुणों की वजह से लहसुन को औषधि का दर्जा प्राप्त है। दरअसल लहसुन में एंटी ऑक्सीडेंट्स और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। सर्दी के मौसम में कच्चे लहसुन का सेवन कर सर्दी-खांसी में आराम मिलता है।
लौंग- प्राचीन चिकित्सा पद्धति में लौंग का महत्वपूर्ण स्थान है। लौंग में एंटीफंगल, एंटीइंफ्लेंट्री और एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं जो खांसी से त्वरित राहत दिलाते हैं।
सर्दी-खांसी में इनके सेवन से बचें
दूध- सर्दी खांसी की स्थिति में दूध या दूध से बने प्रोडक्ट से परहेज रखना चाहिए। डेयरी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने से भी कफ बढ़ने की समस्या उत्पन्न हो सकती है। हां कुछ परिस्थितियों में गर्म दूध में हल्दी का मिश्रण मिलाकर पीने से राहत मिल सकती है।
फ्राई फूड और मैदा- सर्दी-जुकाम होने पर तले पदार्थों और मैदा से बने खाद्य पदार्थों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। फ्राइड पोटैटो, पकौडे, परांठे इत्यादि का सेवन करने से बचना चाहिए।
ऑयली फूड- तले हुए खाद्य पदार्थ आपकी सर्दी-खांसी की समस्या को औऱ बढ़ा सकते हैं। यहां तक की आपके डॉक्टर भी आपको इस दौरान तैलीय पदार्थों का सेवन करने से बचने की सलाह दे सकते हैं। चिप्स और जंक फूड से बचे।
जूस- सर्दी-खांसी की समस्या अगर हो तो पैक्ड जूस का सेवन भूलकर भी ना करें। इसमें शुगर की मात्रा उच्च स्तर की होती है और ये नुकसानदेह साबित हो सकता है। इसके अलावा पैक्ड जूस में केमिकल और एसिड खांसी और गले में खराश की परेशानी में इजाफा कर सकते हैं।
ठंडी चीजें न खाएं- ये तो आप यकीनन जानते होंगे की सर्दी खांसी होने पर ठंडे चीज जैसे की आईसक्रीम इत्यादि का सेवन नहीं करना चाहिए। कोल्ड ड्रिंक्स और वैसे खाद्य पदार्थ जिनकी तासीर ठंडी होती है का सेवन करने से बचना चाहिए।
मक्खन न खाएं- क्या आप जानते हैं कि सर्दी खांसी होने पर मक्खन का सेवन नहीं करना चाहिए। दरअसल बटर में फैट की मात्रा अधिक होने की वजह से खांसी बढ़ सकती है इसलिए हमारा सुझाव है कि आप बटर का सेवन करने से परहेज रखें।
सर्दी-खांसी होने पर अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।