प्रियंवदा दीक्षित  (डायटीशियन, आगरा)

 

सेंधा नमक है अच्छा विकल्प

“लोगों को नमक कम करने के लिए सबसे पहले पैकेट फूड्स जैसे- नमकीन, मसालेदार, मैदा आधारित आदि को छोड़ना होगा क्योंकि ये सब प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ हैं, जो शरीर को फायदे से ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं। आमतौर पर जो नमक घरों में इस्तेमाल किया जाता है, वो सेहत के लिए अच्छा नहीं होता। कोशिश करनी चाहिए कि सेंधा नमक का ही उपयोग करें। सेंधा नमक का सेवन करना न केवल शरीर में सोडियम बढ़ने से रोकता है, बल्कि शरीर को भी स्वस्थ रखता है। अतिरिक्त सोडियम का सेवन करने से रक्तचाप में वृद्धि होती है और हृदय पर भी दबाव बनता है जो हृदय संबंधित बीमारियों को बढ़ा सकता है या उतपन्न कर सकता है।

साथ ही, जिन लोगों को उच्च रक्तचाप की समस्या है, मतलब कि जिनका बीपी 140/90 से हमेशा ज्यादा होता है, उन्हें नमक या किसी उच्च सोडियम युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से परहेज करना चाहिए। साथ ही, जिन्हें रक्तचाप की समस्या नहीं है, उन्हें भी नमक का सेवन कम-से-कम करना चाहिए, क्योंकि ज्यादा नमक का सेवन करने से रक्त में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है। यही कारण है कि शरीर के कार्य करने की क्षमता कम होने लगती है और आंतरिक तौर पर शुरू हुई परेशानी के लक्षण धीरे-धीरे सामने आने लगते हैं।“

कैसे कम करें सोडियम का सेवन ?

सोडियम के प्रति बढ़ती लत को कम करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कुछ दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं।

कम नमक शामिल करने के लिए खाद्य उत्पादों में सुधार करना।

खाद्य पदार्थों और भोजन में नमक की मात्रा निर्धारित करना।

सोडियम के विकल्पों की पहचान करना।

फ्रंट-ऑफ़-पैक लेबलिंग, मतलब कि किसी भी पैकेट में किस खाद्य पदार्थ की मात्रा कितनी है, इसे पीछे नहीं बल्कि आगे लिखना।

ताजा फलों का सेवन करना।

लोगों को नमक/सोडियम के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना।

कुछ बीमारियों को कम करने या नियंत्रित करने के लिए अच्छी आदतें ही काफी होती हैं। उन्हीं अच्छी आदतों में नमक और उच्च सोडियम वाले खाद्य पदार्थों के सेवन को कम करना भी शामिल है।

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