रोजाना सिर्फ 5 मिनट कपालभाति प्रणायाम करने से आप खुद को लंबे समय तक शारीरिक व मानसिक रूप से फिट रख सकते हैं। इसके अभ्यास से शरीर में मौजूद जहरीले पदार्थों से मुक्ति मिलती है और मोटापा, डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल, लिवर, किडनी व पेट से जुड़ी बीमारियों में भी लाभ मिलता है। साथ ही कपालभाति प्राणायाम के फायदे मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए भी काफी अच्छे हैं, यह दिमाग को शांत रखने, तनाव कम करने और स्मरण शक्ति बढ़ाने में भी मदद करता है।
कपालभाति प्रणायाम क्या है
कपालभाति संस्कृत के दो शब्द “कपाल” और “भाति” से मिलकर बना है। जिसमें कपाल का अर्थ माथा (खोपड़ी) और भाति का अर्थ प्रकाश (तेज) से है। इस तरह कपालभाति का अर्थ माथे या खोपड़ी पर तेज उतपन्न करना है। यह दिमाग को तेज करने और याददाश्त बढ़ाने में मदद करता है। साथ ही यह मस्तिष्क संबंधी समस्याओं को कम करने में भी सहायक होता है।
कपालभाति प्रणायाम के फायदे
1.बॉडी से टॉक्सिन्स का सफाया
धूल-मिट्टी, प्रदूषण और गलत खान-पान से हमारे शरीर में बहुत से विषैले पदार्थ जमा होने लगते हैं, जो शरीर के स्वास्थ्य के लिए अच्छे नहीं होते। इन विषैले पदार्थों को दूर करने के कई तरीके हैं, जिनमें से कपालभाति प्राणायाम एक है। इसके अभ्यास से शरीर में मौजूद अशुद्धियां व विषाक्त पदार्थ श्वास नली द्वारा बाहर निकल जाते हैं, जिससे शरीर में बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
2.फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद
कपालभाति प्राणायाम के फायदे फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छे हैं। यह फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ाने और फेफड़ों को मजबूत बनाने में मदद करता है। साथ ही इसके अभ्यास से श्वसन प्रणाली भी बेहतर ढंग से कार्य करती है। आजकल बढ़ते प्रदूषण और गलत खानपान के कारण फेफड़ों से जुड़े रोग तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में कपालभाति को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाकर आप इन रोगों से दूर रह सकते हैं।
3.तनाव कम करने के लिए कपालभाति के फायदे
कपालभाति के नियमित अभ्यास से तनाव भी कम होता है। यह मन को शांत करने और मन में चल रहे नकरात्मक विचारों को दूर करने में मदद करता है। आजकल की व्यस्त जीवन-शैली में तनाव से मुक्ति बहुत जरूरी है। तनाव न सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है, बल्कि यह शारीरिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। ऐसे में कपालभाति और अन्य योगासनों की मदद से तनाव को कम किया जा सकता है।
4.दिमाग के लिए फायदेमंद
कपालभाति के फायदे मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छे हैं। यह तनाव को कम करने में तो मदद करता ही है, साथ ही इसके नियमित अभ्यास से दिमाग तेज होता है और स्मरण शक्ति भी सही रहती है। यह मस्तिष्क को ऊर्जान्वित करने का कार्य करता है। जो लोग पढ़ाई कर रहे हैं या फिर किसी कॉम्पिटिशन की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए कपालभाति का अभ्यास बेहद फायदेमंद हो सकता है।
5.पाचन को मजबूत बनाये
कपालभाति पाचन क्रिया को भी मजबूती प्रदान करता है। इसके नियमित अभ्यास से पाचन अंगों की कार्य क्षमता में वृद्धि होती है और पाचन से जुड़ी समस्याओं में आराम मिलता है। भोजन से प्राप्त पोषक तत्व शरीर को सही से प्राप्त हो और शरीर में खाया-पिया सही से लगे, इसके लिए पाचन शक्ति का मजबूत रहना बेहद जरुरी होता है। मजबूत पाचन शक्ति ही शारीरिक स्वास्थ्य का आधार होती है।
6.पेट की चर्बी कम करने के लिए कपालभाति प्राणायाम के लाभ
दरअसल, कपालभाति करने से पेट की मांसपेशियों में असर पड़ता है और मेटाबॉलिज्म व डाइजेस्टिव सिस्टम भी मजबूत होता है, जिससे मोटापा कम करने में मदद मिलती है। यदि सही विधि से 3 महीने तक सही डाइट के साथ नियमित कपालभाति का अभ्यास किया जाए, तो मोटापे को आसानी से कम किया जा सकता है।
7.पेट की समस्याओं से राहत दिलाये
पेट की समस्याओं से परेशान लोगों के लिए भी कपालभाति के फायदे अच्छे हैं। इसके नियमित अभ्यास से पेट से जुड़ी विभिन्न समस्याओं जैसे गैस, एसिडिटी व अपच में आराम मिलता है और पेट स्वस्थ रहता है। साथ ही इसके अभ्यास से कब्ज में भी राहत मिलती है। हालाकिं, इसके साथ-साथ आपको अपनी डाइट का भी खास ख्याल रखना होगा।
8.मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाये
शरीर में भोजन को ऊर्जा में बदलने की प्रक्रिया को मेटाबॉलिज्म या चयापचय कहा जाता है। कमजोर मेटाबॉलिज्म शरीर में थकान, कमजोरी, मांसपेशियों में दर्द, मोटापा व हाई कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा देने का काम करता है, इसलिए मेटाबॉलिज्म का सही ढंग से कार्य करना जरूरी होता है।
9.ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाए
कपालभाति के अभ्यास से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहता है। जिससे हार्ट, मस्तिष्क, स्किन, नाखून व बाल स्वस्थ रहते हैं। इसके लिए सुबह या शाम मात्र 5 मिनट कपालभाति प्राणायाम का अभ्यास ही काफी होता है।
10.शरीर की इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक
कपालभाति प्राणायाम शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाता है, जिससे शरीर में रोग जल्दी प्रवेश नहीं कर पाते हैं। दरअसल, शरीर से विषाक्त पदार्थों की सफाई के कारण इम्युनिटी पावर मजबूत होती है।
11.साइनस की समस्या के लिए
साइनस नाक से जुड़ा एक रोग है। जिसमें नाक बंद होना, नाक से पानी निकलना, चेहरे में सूजन व सिर दर्द जैसे लक्षण देखने को मिलते है। ऐसे में साइनस के लिए कपालभाति के फायदे बेहद शानदार है, इसके नियमित अभ्यास से साइनस लाभ मिलता है।
12.थयरॉइड के लिए लाभकारी –
थायरॉइड गले में स्थित एक तितली नुमा ग्रंथि है। इस ग्रंथि में खराबी आने के कारण थयरॉइड संबंधी समस्याएं उतपन्न होती है। वैसे तो थायरॉइड के लिए खानपान सबसे ज्यादा जरुरी होता है, जबकि कुछ एक्सरसाइज से भी इस बीमारी में लाभ मिलता है। कपालभाति प्राणायाम भी थयरॉइड के लिए लाभकारी होता है, यह थायरॉइड ग्रंथि को उत्तेजित करने और हार्मोन को बैलेंस करने में मदद करता है।
प्रियंवदा दीक्षित, फूड फॉर हील (क्वालीफाईड डायटीशियन, आगरा)