ऐसे तो महिलाओं को अपने जीवनकाल में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन कुछ महिलाओं को बच्चेदानी खिसकने की समस्या भी झेलनी पड़ती है। दरअसल, जब गर्भाशय या बच्चेदानी अपनी जगह से धीरे-धीरे बाहर निकलता है या योनि के पास आता है, तो इस स्थिति को बच्चेदानी खिसकने के रूप में जाना जाता है।
बच्चेदानी खिसकने को यूटेरिन प्रोलैप्स कहा जाता है। अधिकतर महिलाओं को 40 की उम्र के बाद इस समस्या से परेशान होना पड़ता है। इस स्थिति में महिलाओं को पेशाब को रोकने में दिक्कत होती है। साथ ही, ब्लोटिंग और कब्ज की समस्याएं भी होती हैं।
बच्चेदानी खिसकने के लक्षण
1. खांसने या हंसने पर पेशाब आ जाना
खांसने या हंसने पर पेशाब निकल आना भी बच्चेदानी खिसकने का एक लक्षण हो सकता है। दरअसल, जब बच्चेदानी खिसकती है, तो इससे ब्लैडर पर दबाव पड़ता है। इससे महिलाओं को पेशाब को रोकने में समस्या होती है। इसकी वजह से महिलाओं को खांसने या हंसने पर पेशाब हो सकता है। इस स्थिति में महिलाओं के लिए मूत्राशय को पूरी तरह से खाली कर पाना भी मुश्किल होता है।
2. ब्लॉटिंग की समस्या होना
बच्चेदानी खिसकने की वजह से ब्लॉटिंग की समस्या हो सकती है। दरअसल, जब बच्चेदानी खिसकती है, तो निचले अंगों पर दबाव पड़ता है। इससे आंतों और किडनी के कार्य प्रभावित होते हैं। साथ ही, इसका असर पाचन-तंत्र पर भी पड़ता है। इससे अपच और ब्लॉटिंग जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
3. कब्ज की समस्या रहना
वैसे तो कब्ज की समस्या खराब खान-पान या लाइफस्टाइल की वजह से हो सकती है। इसके अलावा, डाइट में फाइबर की कमी भी कब्ज का कारण बनती है। लेकिन बच्चेदानी के खिसकने की वजह से महिलाओं को लंबे समय तक कब्ज की समस्या बनी रह सकती है। दरअसल, जब बच्चेदानी या गर्भाशय बाहर आने लगता है, तो इससे बॉवेल मूवमेंट धीमा हो जाता है। इसकी वजह से कब्ज की समस्या हो सकती है।
4. वजन बढ़ना
वजन बढ़ना भी बच्चेदानी खिसकने का एक लक्षण हो सकता है। एक उम्र के बाद महिलाओं में बैली फैट निकलने लगता है। इसका मुख्य कारण यूटेरिन प्रोलैप्स हो सकता है। दरअसल, जब बच्चेदानी खिसकती है, तो इससे महिलाओं के पोश्चर में बदलाव आने लगता है। इसकी वजह से मेटाबॉलिज्म भी धीमा हो जाता है। इससे वजन तेजी से बढ़ सकता है और बैली फैट निकल सकता है।
5. कमर दर्द की समस्या होना
बच्चेदानी खिसकने पर महिलाओं को कमर दर्द की समस्या भी हो सकती है। कमर में तेज दर्द होना, बच्चेदानी बाहर आने का एक आम लक्षण होता है। बच्चेदानी खिसकने से निचले अंगों के कार्य प्रभावित होते हैं। इससे वजन बढ़ता है और कमर दर्द की समस्या भी बढ़ जाती है।
अमृता, नेशन्स न्यूट्रीशन (क्वालीफाईड डायटीशियन / एडुकेटर अहमदाबाद)