किचन गार्डन में करें  खेती

किचन गार्डनिंग सकारात्मक कारणों से हमारे बीच बेमिसाल लोकप्रियता हासिल कर रही है, यह एक ऐसा काम है जो हर कोई करना चाहता है। महंगाई के इस दौर में आप भी अपने घर पर किचन गार्डनिंग तैयार कर ताजे स्वादिष्ट फल/ सब्जियां / जड़ी-बूटियाँ प्राप्त कर सकते हैं और उनका आनंद ले सकते हैं। होम गार्डन को न्यूट्रीशन गार्डन, किचन गार्डन या वेजिटेबल गार्डन के नाम से भी जाना जाता है।

किचन गार्डनिंग क्या है

होम या किचन गार्डन एक ऐसी जगह है जहाँ आप गमले या ग्रो बैग में जरुरत के अनुसार जड़ी-बूटी, पत्तेदार साग, सब्जियां और फल आदि उगा सकते हैं तथा आप उनका रोजाना इस्तेमाल कर उनका आनंद ले सकते हैं। किचन गार्डनिंग, सामान्य गार्डनिंग की तरह नहीं है क्योंकि ये दिखने में सुन्दर और छोटी होती है और इसका उपयोग अपने लिए ताजा सब्जियों के उत्पादन के लिए किया जाता है न कि बिक्री के लिए। सब्जियों, जड़ी-बूटियों और फलों को उगाने के लिए किचन गार्डन सुलभ और अधिक उपयोगी है।

किचन गार्डन में उगाई जाने वाली सब्जियां

बैंगन

बैंगन के पौधे को आप किचन या टेरेस गार्डन में आसानी उगा सकते हैं, इसे प्रतिदिन 5 से 6 घंटे धूप की आवश्यकता होती है। बैंगन के बीज को 0.4 इंच की गहराई पर रेतीली दोमट मिट्टी में लगाना उचित होता है और पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए प्रतिदिन पानी दें।

मिर्च 

मिर्च के बीजों को पहले सीडलिंग ट्रे में अंकुरित करना चाहिए और जब पौधे बड़े हो जाते हैं तो इन्हें ऐसी जगह रखें, जहाँ पौधों को उचित मात्रा में धूप मिल सके। पत्तियों को मुरझाने से रोकने के लिए पौधों में नियमित रूप से पानी डालें, लेकिन गमले की मिट्टी में जलभराव से बचें।

प्याज 

प्याज को लगाने का सही समय अगस्त और अक्टूबर के बीच का महीना होता है। बीज को मिट्टी में 1 इंच के गहराई में लगाएं, यदि आप सीधे गार्डन में पौधों को पंक्तियों में लगा रहे हैं, तो पंक्तियों के बीच कम से कम 1.5 से 2 फीट की जगह रखें। प्याज के बीजों को मिट्टी में लगाने के बाद बीज अंकुरित होने में लगभग 7 से 10 दिन का समय लग सकता है।

भिंडी 

भिंडी के बीजों को गर्मी के मौसम में लगाया जाता है। बीजों को 1 इंच की गहराई में मिट्टी में लगाएं तथा पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए रोज सुबह पानी जरूर दें। कम देखभाल के साथ आप भिंडी के पौधे को अपने किचन गार्डन में आसानी से लगा सकते हैं।

करेला  

करेला बेल या लता के रूप में बढ़ने वाला पौधा है जिसकी बेल की लम्बाई 10 से 15 फीट तक हो सकती है। शुरूआती वसंत में करेले के बीज को लगाएं तथा पौधे लगे गमले की मिट्टी में नमी बनाए रखें।

धनिया 

धनिया पाचन संबंधी समस्याओं के लिये बहुत असरदार है। खाने को स्वादिष्ट बनाने के अलावा धनिया बहुत फायदेमंद जड़ी बूटी भी है, जिसे घर के किचन गार्डन में लगाने का विचार बहुत अच्छा है।

पुदीना 

पुदीना लगाने का सही समय फरवरी से अप्रैल के बीच का होता है। पौधा लगाने के लिए सूखी मिट्टी का चयन करें, गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में मिंट के बीज लगाने के बाद बीज अंकुरित होने में लगभग 2 हफ्ते का समय लग सकता है और 2 महीने से कम समय में पुदीना के पत्तों को तोड़ा जा सकता हैं। पुदीना को आप घर के अन्दर या बाहर कहीं भी लगा सकते है।

तुलसी

हरी तुलसी, बैंगनी तुलसी, थाई तुलसी और तुलसी ग्रीक ये सब तुलसी की किस्में होती हैं जो तनाव कम करने और याददाश्त बढ़ाने के लिए बहुत फायदेमंद हैं। तुलसी पूरे साल अच्छी तरह से उगती है इसलिए आप इसे किसी भी मौसम में लगा सकते है। 7 से 10 दिनों में इसके बीज अंकुरित हो जाते हैं और 3 से 4 हफ्ते में तुलसी के पत्ते तोड़ने को मिल सकते हैं। आप तुलसी के पौधे को घर के अन्दर या बाहर जहाँ पर्याप्त धूप मिल सके वहां लगा सकते हैं।

लेमनग्रास 

लेमनग्रास बहुत असरदार जड़ी-बूटी है जो दर्द और सूजन को दूर करने, बुखार को कम करने, सुगर और कोलेस्ट्रॉल के लेवल में सुधार करने के लिए बहुत अच्छा है। फरवरी से अप्रैल के महीने में लेमनग्रास अच्छी तरह से ग्रो करता है तथा इसके लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी की आवश्यकता होती है। पौधे को अच्छी तरह पानी और पर्याप्त धूप देना जरूरी है वरना पौधे की पत्तियां पीली या भूरी हो सकती हैं।

टमाटर

टमाटर का पौधा गर्मी के मौसम में अच्छी तरह से विकसित होता है, जो 6 से 6.8 ph मान वाली मिट्टी में तेजी से ग्रो करता है। टमाटर के पौधे तेज़ी से बढ़ने वाले पौधे हैं जिसे घर के अंदर 6 से 7 इंच बढ़ने के बाद बाहर ऐसी जगह प्रत्यारोपित करना चाहिए, जहाँ उसे 7 से 8 घंटे की धूप मिल सके। तो आप भी अपने किचन गार्डन में स्वदिष्ट टमाटर के पौधे को आसानी से लगा सकते हैं।

   प्रियंवदा दीक्षित, फूड फॉर हील  ‌‌                       (क्वालीफाईड डायटीशियन, आगरा)

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