अमृता नेशन्स न्यूट्रिशन, (क्वालीफाईड डायटीशियन अहमदाबाद)
सर्दियों के मौसम में अक्सर हमारी सुस्त दिनचर्या हमारे अपच का कारण बन जाता है। डीप फ्राइड फूड जैसे पकौड़े, समोसे, कचौरी,स्टफ्ड पूरी और पराठे भी बहुत शौक से खाया जाता है। ऐसे में बहुत मुमकिन है कि आप फूड प्वाइज़निंग के शिकार भी हो सकते हैं।फूड प्वाइज़निंग को फ़ूड बोर्न बीमारी के रूप में भी जाना जाता है, कई बार यह गंभीर मौत का कारण भी बन सकता है। बच्चों में फूड बोर्न या फूड पॉइजनिंग का खतरा बहुत अधिक होता है। दूषित भोजन के सेवन से फूड प्वाइजनिंग होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अनुमान के मुताबिक, दुनिया में हर साल फूड पॉइजनिंग से 60 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित होते हैं, जिनमें से 4 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। मरने वालों में 30%, 5 साल से कम उम्र के बच्चे हैं। यहां तक कि भारत में भी हर साल फूड पॉइजनिंग के एक करोड़ से ज्यादा मामले दर्ज होते हैं, इस बीमारी ने भारत में भी लाखों लोगों की जान ले ली। फूड प्वाइजनिंग को गंभीरता से लेना होगा।आज मैं आपको कुछ घरेलू उपचारों के बारे में बताउंगी जिससे फूड पॉइजनिंग होने पर उसे प्रारंभिक अवस्था में हीं ठीक किया जा सके।
क्या है फूड प्वाइज़निंग?
फ़ूड पॉइज़निंग या फ़ूडबोर्न एक संक्रमण है जो दूषित भोजन, पेय, फल आदि के कारण होता है। जब भोजन बैक्टीरिया, कीटाणुओं, वायरस, विषाक्त पदार्थों या परजीवियों से दूषित हो जाता है तो ऐसे भोजन के सेवन से हमें फ़ूड पॉइज़निंग होती है। फूड पॉइजनिंग के लक्षणों में पेट में ऐंठन या पेट में दर्द, उल्टी या मतली की भावना, हल्का बुखार आदि शामिल हैं।इससे हमें दस्त, डिहाइड्रेशन और अन्य गंभीर बीमारियों
फूड पॉइजनिंग के लक्षण
उल्टी करना
दस्त
बुखार
पेट में ऐंठन या दर्द
थकान
बेचैनी
अम्लीय डका
फूड पॉइजनिंग के प्रमुख कारण
जीवाणु संक्रमण
विषाणुजनित संक्रमण
परजीवी संक्रमण
कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली
कुछ अस्वास्थ्यकर तरीके से पकाना या पकाना
अशुद्ध बर्तन
कच्चा मांस और अंडे सहित अधपका भोजन
बिना पाश्चुरीकृत दूध, पनीर आदि का सेवन
समुद्री भोजन और कच्ची शंख का अधिक सेवन
फूड पॉइजनिंग के क्रिटिकल सिम्पटम
फूड पॉइजनिंग से जुड़ी जटिलताएं नीचे बताई गई हैं-
निर्जलीकरण
दस्त
किडनी खराब
गठिया
मस्तिष्क क्षति
फ़ूड पॉइज़निंग के इलाज के लिए क्या करें और क्या न करें?
फ़ूड पॉइज़निंग के घरेलू सुझाव
इलेक्ट्रोलाइट युक्त तरल पदार्थ पिएं
छाछ पिएं
हर्बल चाय और सूप पिएं
उबले हुए भोजन का सेवन करें
भोजन से पहले और बाद में हर बार अपना हाथ धोएं
उचित स्वच्छता बनाए रखें
स्वस्थ भोजन का सेवन करें
वसायुक्त भोजन, तला हुआ भोजन और जंक फूड से बचें
केला खाओ
ज्यादा खाना न खाएं
उचित आहार लें।
फूड पॉइजनिंग का घरेलू इलाज
1. दही, जीरा और मेथी दाना से
एक छोटी कटोरी दही में एक बड़ा चम्मच जीरा पाउडर और एक बड़ा चम्मच मेथी दाना पाउडर मिलाएं। अबतीनों सामग्रियों को अच्छी तरह मिलाएं। पेट में ऐंठन और उल्टी को कम करने के लिए इस मिश्रण को दिन में दो बार सेवन करें। यह घरेलू उपाय फूड पॉइजनिंग के प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक है।
पुदीना की पत्तियों से – पुदीने की कुछ पत्तियां लें और उन्हें पिस कर गाढ़ा पेस्ट बना लें। पिसे हुए पुदीने को एक गिलास गर्म पानी में छान लें। इस मिश्रण को खाना खाने के बाद नियमित रूप से पियें। फूड प्वाइजनिंग की समस्या से खुद को दूर करने के लिए अपनाएं यह घरेलू उपाय।