वैसे तो चलते समय पैरों में भारीपन एक आम समस्या है, लेकिन इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, साधारण थकान से लेकर वेरिकोज वेन्स, डायबिटीज या नसों की समस्या तक। अगर यह परेशानी बार-बार हो रही है तो डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है। बैलेंस डाइट, नियमित एक्सरसाइज और हेल्दी आदतें अपनाकर पैरों को हल्का और सेहतमंद रखा जा सकता है।

कई बार लोग इसे केवल थकान या लंबे समय तक खड़े रहने का नतीजा मानकर नजरअंदाज कर देते हैं। पैरों में भारीपन महसूस होने का एक बड़ा कारण यह भी है कि खून का प्रवाह पैरों तक सही ढंग से नहीं पहुंच पाता। ऐसे में पैरों में सूजन, झनझनाहट और थकान बढ़ने लगती है। वहीं, मांसपेशियों की कमजोरी, पोषण की कमी या हार्मोनल बदलाव भी इस समस्या को बढ़ा सकते हैं। खासतौर पर महिलाओं में प्रेग्नेंसी या पीरियड्स से पहले पैरों में भारीपन आम है।

 

क्यों महसूस होता है चलते समय पैरों में भारीपन ? 

 

## पैरों में भारीपन का सबसे बड़ा कारण खराब रक्त प्रवाह (Poor Blood Circulation) होता है। जब खून सही ढंग से पैरों तक नहीं पहुंच पाता या नसों में रुकावट आती है, तो और भारीपन महसूस होने लगता है। इसे (PAD) भी कहा जाता है।

 

## जब पैरों की नसें कमजोर हो जाती हैं और उनमें सूजन आ जाती है, तो उन्हें वेरिकोज वेन्स कहते हैं। इसमें पैरों की नसें उभरकर दिखाई देती हैं और चलते समय भारीपन व दर्द महसूस होता है। यह समस्या लंबे समय तक खड़े रहने वाले लोगों में ज्यादा होती है।

## अगर मांसपेशियां कमजोर हो जाएं या उनमें पोषण की कमी हो तो पैरों में चलने के दौरान भारीपन आ सकता है। लंबे समय तक काम करने, एक्सरसाइज की कमी या ज्यादा थकान भी इसका कारण हो सकती है।

## रीढ़ की हड्डी या कमर के निचले हिस्से में नस दबने पर दर्द और भारीपन पैरों तक फैल सकता है। इसमें चलते समय पैरों में खिंचाव, झनझनाहट और भारीपन महसूस होता है।

## डायबिटीज के मरीजों में न्यूरोपैथी (Neuropathy) यानी नसों की खराबी आम है। इससे पैरों में सुन्नपन, जलन और भारीपन होता है। चलते समय यह समस्या और ज्यादा परेशान कर सकती है।

## शरीर का ज्यादा वजन पैरों पर अतिरिक्त दबाव डालता है। इससे पैरों की नसों और मांसपेशियों पर स्ट्रेस बढ़ जाता है और चलते समय भारीपन महसूस होता है। मोटापे से जुड़ी अन्य समस्याएं जैसे ब्लड प्रेशर और डायबिटीज भी इस समस्या को बढ़ा सकती हैं।

## आयरन, मैग्नीशियम और से मांसपेशियों में कमजोरी आ सकती है, जिससे और भारीपन बढ़ जाता है।

 

 डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी

 

अगर पैरों में भारीपन बार-बार हो, सूजन बनी रहे, दर्द के साथ लालिमा या गर्माहट हो, या चलते समय बार-बार रुकना पड़े तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।

 

राहत और बचाव के उपाय

 

रोजाना वॉक और स्ट्रेचिंग से पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।

खून का सर्कुलेशन बेहतर होता है।

वेरिकोज वेन्स और ब्लड सर्कुलेशन की समस्या में मददगार।

अतिरिक्त दबाव कम होगा।

आयरन, मैग्नीशियम और विटामिन B12 से भरपूर भोजन करें।

 

अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रीशन                           क्वालीफाईड डायटीशियन                                    डायबिटीज एजुकेटर, अहमदाबाद

By AMRITA

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