मोटापा आजकल बहुत ही तेजी से बढ़ने वाली बीमारी के रूप में पांव पसार रहा है। आज 10 में से हर 8 आदमी मोटापे का शिकार है।वेट लॉस के लिए हम न जाने कौन-कौन से जतन करते हैं पर हर किसी के साथ यह सफलता की कहानी नहीं बनाता। वेट लॉस के लिए लोग एक्सरसाइज, डायटिंग, इंटरमिटेंट फास्टिंग, लो कैलोरी डायट,जिम, योगा और ना जाने क्या-क्या हथकंडे अपनाते हैं।पर सही जानकारी के अभाव में वह कहीं ना कहीं कुछ गलती कर बैठते हैं। इंटरमिटेंट फास्टिंग और लो कैलोरी डायट आजकल इतना ज्यादा ट्रेंड में है कि लोग इसका फायदा कम नुकसान ज्यादा भुगत रहे हैं। आईए जानते हैं कि इंटरमिटेंट फास्टिंग और लो कैलोरी डायट किस तरीके से हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है और वेट लॉस के लिए क्या है सही तरीका।

 

इंटरमिटेंट फास्टिंग के नुकसान

 

इंटरमिटेंट फास्टिंग कभी भी वजन कम करने का यह सही तरीका नहीं है, इससे फायदे कम और नुकसान ज्यादा हैं। आइए जानते हैं कि किन लोगों को इसके नुकसान हो सकते हैं।

 

कोई बीमारी होने पर: डायबिटीज, हार्ट से जुड़ी समस्या, किडनी डिजीज से ग्रसित लोगों को इसे फॉलो नहीं करना चाहिए। इससे शुगर और ब्लड प्रेशर कम हो सकता है।

प्रेग्नेंट और ब्रेस्टफीड करा रही महिलाएं: इन दोनों ही स्थितियों में महिलाओं को ज्यादा बेहतर पोषण की जरूरत होती है, इसलिए उन्हें इंटरमिटेंट फास्टिंग करने की सलाह नहीं दी जाती।

छोटे बच्चे और टीनएजर्स: डेवलपमेंट के लिए दोनों ही उम्र के बच्चों को ऐसा करने से बचना चाहिए।

पाचन से जुड़ी समस्या: लंबे समय तक फास्टिंग करने की वजह से कुछ लोगों को हाइपरएसिडिटी, सीने में जलन की समस्या हो जाती है और कुछ लोग ओवर ईटिंग के शिकार हो जाते हैं।

पोषण की कमी और मसल लॉस: अगर इंटरमिटेंट फास्टिंग को सही तरीके से प्लान ना किया जाए तो खाने के घंटे कम होने की वजह से पोषण की कमी और मसल लॉस हो सकता है।

नेचुरल और हेल्दी नहीं है: इससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है और खाने की क्रेविंग बढ़ सकती है।

 

 लो कैलोरी डाइट के नुकसान

 

पोषण कम हो जाता है: बेहद कम कैलोरी लेने से रोजमर्रा के लिए जरूरी विटामिन व मिनरल्स की कमी हो जाती है।

मांसपेशियों को नुकसान: जब शरीर को पर्याप्त मात्रा में कैलोरी नहीं मिलती तो यह एनर्जी बचाने के लिए मेटाबॉलिज्म को धीमा कर देता है। इससे लंबे समय तक वजन कम करना मुश्किल हो जात है और कई बार सामान्य डाइट की शुरुआत करते ही वजन फिर से बढ़ने लगता है।

 

स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान

 

जरूरी विटामिन और मिनरल्स का कम हो जाना

बालों का झड़ना

चेहरे से चमक गायब हो जाना

स्किन का ढीला पड़ना

हर वक्त थकान महसूस होना

आंखों की रोशनी कम हो जाना

 

वेट लॉस कख सही तरीका

 

कभी भी डायटिशियन या एक्सपर्ट की सलाह के बिना वजन कम करने की कोशिश ना करें। इससे फैट कम नहीं होता, बल्कि मसल लॉस होने लगता है। इस तरह वजन कम करने में मदद मिलेगी-

 

जितना आपका वजन है उतने ग्राम प्रोटीन जरूर लें यानी 1ग्राम\किलोग्राम।

एक बार में ढेर सारा खाना ना खाकर उसे छोटे-छोटे मील में बांट लें।

सिंपल कार्बोहाइड्रेट जैसे बेकरी प्रोडक्ट्स, फ्रूट जूस, आलू, चावल और शक्कर जैसी चीजें कम लें

तला-भुना खाने से बचें।

लेट नाइट खाना ना खाएं।

जितना हो सके सब्जियों और दालों को डाइट में शामिल करें।

फास्ट फूड, चाइनीज और स्वीट्स जैसे हाई कैलोरी चीजों से बचें।

रोजाना एक्सरसाइज के लिए वक्त निकालें।

 

अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन                          क्वालीफाईड डायटीशियन                                      डायबिटीज एजुकेटर, अहमदाबाद

By AMRITA

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