अब  अब तक हम लोग मॉर्निंग वॉक,इवनिंग वॉक, डक वॉक और 6-6-6 वॉक के बारे में बहुत कुछ सुन चुके, पढ़ चुके, जान चुके और कर चुके लेकिन इन सब से कहीं ज्यादा फायदेमंद होता है पिरामिड वॉक। जो लोग बाहर जाकर वॉकिंग के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं, वह लोग घर में भी इस पिरामिड वॉक को करके अपने शरीर में कई तरह के फायदे देख सकते हैं। तो आईए जानते हैं क्या है पिरामिड वॉक और इसे कैसे करना है!

यह वॉकिंग का एक ऐसा तरीका है जिसे हर उम्र का व्यक्ति अपने हिसाब से अपना सकता है, और इसके लिए न तो कोई एक्सरसाइज इक्विपमेंट चाहिए, न ही ट्रेनर।

पिरामिड वॉक में समय और गति (speed) का ऐसा संतुलन होता है जो शरीर को धीरे-धीरे अधिक मेहनत के लिए तैयार करता है और फिर धीरे-धीरे वापस रेस्ट मोड में लाता है। यही वजह है कि इसे इंटेंसिटी बेस्ड वॉकिंग का सबसे असरदार तरीका माना जाता है।

 

क्या है पिरामिड वॉक?

 

पिरामिड वॉक एक structured walking technique है, जिसमें वॉकिंग की स्पीड को धीरे-धीरे बढ़ाया जाता है, फिर एक पीक लेवल पर पहुंचकर उसे उतनी ही धीरे-धीरे कम किया जाता है। यह प्रक्रिया एक पिरामिड के आकार जैसी होती है, जिसमें आप बेस से टॉप तक जाते हैं और फिर वापस बेस पर आते हैं। इसे आप टाइम के अनुसार भी कर सकते हैं और दूरी के अनुसार भी।

 

जैसे कि, आप शुरुआत में 2 मिनट की धीमी वॉक करें, फिर 3 मिनट की मीडियम स्पीड पर चलें, इसके बाद 4 मिनट तेज़ चलें, फिर 3 मिनट मीडियम और अंत में 2 मिनट स्लो वॉक। कुल 14 मिनट की यह प्रक्रिया आपके शरीर पर एक संतुलित लोड डालती है और फैट बर्निंग को तेज़ करती है।

 

पिरामिड वॉक के फायदे

 

1. मेटाबॉलिज्म बूस्ट करता है:

पिरामिड वॉक के दौरान जब आप धीरे-धीरे अपनी स्पीड बढ़ाते हैं, तो आपका शरीर ज्यादा ऑक्सीजन मांगता है और मेटाबॉलिज्म तेज़ हो जाता है। इससे फैट तेजी से बर्न होता है और वजन घटाने की प्रक्रिया स्वाभाविक हो जाती है।

 

2. हार्ट हेल्थ को सुधारता है:

पिरामिड वॉक कार्डियोवैस्कुलर एक्सरसाइज का हिस्सा है। यह आपके दिल को मजबूत बनाता है, ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करता है और हाई बीपी या कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याओं से बचाव करता है।

 

3. बॉडी को डिटॉक्स करता है:

जब आप तेजी से चलते हैं और पसीना आता है, तो शरीर के अंदर जमा विषैले तत्व बाहर निकलते हैं। पिरामिड वॉक एक नेचुरल डिटॉक्स प्रैक्टिस है जो स्किन और आंतरिक अंगों को साफ करता है।

 

4. बॉडी को स्टैमिना देती है:

इस वॉक के दौरान आपकी सांसें तेज़ होती हैं, जिससे फेफड़े की क्षमता बढ़ती है। यह आपकी एनर्जी लेवल को दिनभर ऊंचा बनाए रखने में मदद करता है।

 

5. नींद और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर करता है:

पिरामिड वॉक स्ट्रेस हार्मोन को कम करता है और एंडोर्फिन्स रिलीज करता है, जिससे मूड अच्छा होता है और रात को अच्छी नींद आती है।

 

पिरामिड वॉक करने का सही तरीका

 

1. वॉर्मअप से करें शुरुआत: 5 मिनट की सामान्य वॉक से शरीर को तैयार करें। हल्की स्ट्रेचिंग भी कर सकते हैं।

 

2. तय करें समय या दूरी का पिरामिड:

 

टाइम बेस्ड उदाहरण:

  • 2 मिनट- स्लो वॉक
  • 3 मिनट- मीडियम वॉक
  • 4 मिनट- फास्ट वॉक
  • 3 मिनट- मीडियम वॉक
  • 2 मिनट- स्लो वॉक

3. ब्रीदिंग स्पीड पर रखें ध्यान : हर चरण में अपनी सांसों की गति को संतुलित रखें। तेज़ वॉक के दौरान भी सांस को काबू में रखना जरूरी है।

 

4. हाइड्रेटेड रहना जरूरी: वॉक से पहले और बाद में पानी पीना न भूलें, ताकि बॉडी हाइड्रेटेड रहे।

 

5. सप्ताह में 5 दिन करें नियमित अभ्यास: पिरामिड वॉक का असर तभी दिखेगा जब आप इसे नियमित रूप से अपनाएंगे।

 

अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन                           क्वालीफाईड डायटीशियन                                    डायबिटीज एजुकेटर,अहमदाबाद

By AMRITA

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *