भारत हमेशा से ही धर्म , आध्यात्म और योग शिक्षा को मान्यता देता आया है जिसकी मदद से हम अपने शरीर की बनावट और ज़रूरतें खुद ही बना और बिगाड़ सकते हैं. हमारे दैनिक दिनचर्याएं हमें आहत भी कर सकती है और राहत भी दे सकती हैं. हमारे शरीर की संरचना ऐसी है कि हम इसे जिस रूप में ढ़ालना चाहे वह ढल जाएगी. आज की युवा पीढ़ी इन बातों को समझना नहीं चाहती, मॉडर्न और केयरलैस लाइफस्टाइल ही आज की पीढ़ी की पहचान बन गई है जिसे सुधारना बेहद जरुरी है। और ये सुधार योग से ही संभव है क्योंकि योग शिक्षा ही हमें सुबह के ब्रह्म मुहूर्त से लेकर शाम के सायं काल तक अपने जीवन को व्यवस्थित रखने का पूरा ढंग सीखाता है. यह जितना ही ऊर्जावान शारीरिक गतिविधि है इसमें ठहराव भी उठाना ही है जो हमारे शरीर की लिए बहुत जरूरी है.
योग विद्या हमेशा ही हमारे भारतीय परंपरा में शामिल रहा है और इससे कई स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं योग के कई आसान है जो न जाने कितनी ही असाध्य बीमारियों में कारगर साबित होते हैं. आज हम जिस योग आसन की बात कर रहे हैं वह है मकरासन. यह हमें स्ट्रेस से राहत देता है और सेहतमंद बनाता है.
योग के कई आसनों में से एक आसन है मकरासन. ‘मकरासन’ संस्कृत का शब्द है, जो ‘मकर’ और ‘आसन’ इन दो शब्दों से मिलकर बना है.
यहां ‘मकर’ का अर्थ मगरमच्छ और ‘आसन’ का अर्थ मुद्रा से है. इस आसन को करने से पीठ और कमर का दर्द कम होता है और शरीर को आराम मिलता है. चलिए आपको इस आसन के फायदे बताते हैं.
मकरासन के फायदे
मकरासन करने से शरीर की मसल्स को आराम मिलता है. खासतौर से यह पीठ, कमर और कंधों की जकड़न को दूर करता है. यह रेस्पिरेटरी सिस्टम के लिए भी फायदेमंद माना जाता है. यह योगासन मेंटल बैलेंस और फिजिकल हेल्थ को बढ़ावा देता है.
रीढ़ की हड्डी के लिए फायदेमंद
यह रीढ़ की हड्डी के लिए बेहद फायदेमंद योग है. मकरासन रीढ़ की हड्डी की स्ट्रक्चर को बैलेंस बनाए रखने में मदद करता है और उसमें लचीलापन बढ़ाता है. यह खासतौर से उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो पीठ दर्द, स्लिप डिस्क या ‘स्पाइनल टेंशन’ से जूझ रहे हैं. इसके रोजाना प्रैक्टिस से रीढ़ की हड्डी को मजबूत और स्वस्थ बनाता है.
स्ट्रेस और चिंता
इसके अलावा, मकरासन मानसिक तनाव और चिंता को कम करने में मददगार होता है. इस आसन के प्रैक्टिस से ब्रेन को शांति मिलती है और एकाग्रता भी बढ़ती है. मकरासन करने से दिमाग को आराम मिलता है और हम शांत महसूस करते हैं. इस आसन को रोज करने से मन शांत रहता है और चिंता कम होती है. यह मेंटल हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद है.
पाचन क्रिया में फायदेमंद
मकरासन डाइजेशन सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है. इस आसन को करते समय शरीर पेट के बल जमीन पर लेटा होता है, जिससे पेट पर हल्का दबाव पड़ता है. यह दबाव डाइजेस्टिव ऑर्गन को एक्टिव करता है. इस आसन को करते वक्त जब गहरी और धीमी सांस लेते हैं, तो शरीर में ऑक्सीजन का फ्लो बढ़ता है, जिससे डाइजेशन प्रोसेस बेहतर होती है और गैस, कब्ज और अपच जैसी समस्याओं में राहत मिलती है.
मकरासन करने का सही तरीका
मकरासन करने के लिए सबसे पहले आप उदर के बल यानी पेट के बल लेट जाएं. इस स्थिति में पैरों को एक-दूसरे से थोड़ा दूर फैलाएं और पंजों को बाहर की ओर मोड़ें. इसके बाद दोनों हाथों को मोड़ते हुए बाएं हाथ पर दाईं हथेली रखें. फिर सिर को दाईं या बाईं दिशा में अपने हाथों पर आराम से रखें. आंखें धीरे-धीरे बंद करें और पूरे शरीर को शिथिल होने दें. यह स्थिति शरीर को आराम देने के साथ-साथ मन को शांत और तनाव मुक्त करती है. मकरासन का नियमित अभ्यास करने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है.
अमृता कुमारी – नेशंस न्यूट्रिशन क्वालिफाइड डायटीशियन डायबिटीज एजुकेटेड, अहमदाबाद