राजमा-चावल या छोले-चावल एक स्वादिष्ट व्यंजन में शामिल है.यह लगभग हर उम्र के लोगों को काफी पसंद आता है । खासकर पंजाबी क्षेत्र में इसे ज्यादा पसंद किया जाता है। बच्चों को राजमा चावल काफी इजी रहता है खाने में और वह इसे पसंद से खाते भी हैं लेकिन, फिर पेट में जो उथल-पुथल शुरू होती है, उसके बारे में तो क्या ही कहा जाए। काफी लोगों को राजमा, छोले या दाल खाने के बाद पेट में गैस और भारीपन महसूस होता है। राजमा और छोले में फाइबर, कार्बोहाइड्रेट और एंटी-न्यूट्रिएंट्स होते हैं, जिसकी वजह से उन्हें पचाने में दिक्कत होती है और शरीर को इसे डाइजेस्ट करने में ज्यादा समय लगता है, इस वजह से पेट में गैस बनती है। कई लोगों को दाल को पचाने में भी मुश्किल होती है और इसे खाने के बाद पेट फूलने लगता है। यहां हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं, जिनकी मदद से राजमा और छोले खाने के बाद आपको पेट में गैस और भारीपन महसूस नहीं होगा।
राजमा चावल से नहीं बनेगी गैस, फॉलो करें खस टिप्स :
* सबसे पहले तो राजमा या छोले बनाते समय आपको इसे कम से कम 8-10 घंटे के लिए भिगोना है। इसके बाद इन्हें अच्छे से धोएं ताकि स्टार्च बाहर निकल जाए। अगर आप दाल बना रही हैं, तो इसे भी कुछ देर भिगोकर जरूर रखें।
* राजमा और छोले को पकाते समय आपको हींग, अदरक और लहसुन का इस्तेमाल जरूर करना है। ये तीनों ही चीजें पेट में गैस बनने से रोकती हैं और हैवी मील्स को पचाना आसान बनाती हैं।
* राजमा और चावल को खाते वक्त साथ में सलाद, छाछ और कोई हेल्दी सब्जी जैसे लौकी को भी अपनी प्लेट में जगह दें। इस हेल्दी तरीके से इसे खाने से गैस नहीं बनती है और वजन कम करने में भी मदद मिलती है।
* राजमा, दाल या छोले को दिन के वक्त खाने की कोशिश करें। इस समय हमारा मेटाबॉलिज्म तेजी से काम करता है, पाचन शक्ति भी अधिक होती है, तो इन्हें पचाना आसान हो जाता है।
* रात के समय राजमा चावल खाने से बच्चे और अगर किसी दिन खाना भी हो तो इसकी मात्रा बहुत ही सीमित रखें और कोशिश करें कि इसके साथ सलाद और छाछ जरूर हो, ताकि आपको इसे बचाने में आसानी हो
* इस तरह के हैवी मील्स खाने के बाद कुछ देर वॉक जरूर करें। इससे खाना पचाने में मदद मिलती है।
* राजमा या छोले खाने के बाद भुनी हुई अजवाइन और काला नमक खाएं। ये दोनों की चीजें नेचुरल कार्मिनेटिव एजेंट हैं। इससे पेट में फंसी गैस बाहर निकलती है। आप इसे खाने के बाद नींबू-पानी भी पी सकती हैं।
* इसे ज्यादा तेल या मसाले में न बनाएं। इससे इसे पचाना और अधिक मुश्किल होता है।
अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन क्वालीफाईड डायटीशियन डायबिटीज एडुकेटर, अहमदाबाद