मारे शरीर की एक खास बनावट है। और इस संरचना में अगर कोई फेरबदल होती है तो इससे निश्चित ही हमारे शरीर और स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।इसमें से ही एक बदलाव है हर्निया जो अक्सर लोगों के शरीर के किसी भी हिस्से में अंदरूनी और बाहरी रूप में मांसपेशियों की गांठ के जैसी संरचना के तौर पर दिखाई देती है। कई बार यह दर्द नहीं देता लेकिन कई बार यह काफी कष्टकारी और दर्द दायक होता है।

कब होता है हर्निया? 

हर्निया तब होता है जब शरीर के किसी ऑर्गन या स्ट्रक्चर के हिस्से की दीवार या टिश्यू कमजोर हो जाते हैं या फट जाते हैं, जिससे आपके इंटरनल ऑर्गन और शरीर के दूसरे टिश्यू को कमजोर एरिया से बाहर निकलने में दिकक्त होती है.

हर्निया अक्सर एक उभार या सूजन का कारण बन जाता है, जिससे व्यक्ति को असुविधा, दर्द या पीड़ा महसूस हो सकती है. हर्निया पेट, ऊपरी जांघ, नाभि और कमर सहित शरीर के दूसरे हिस्सों में भी हो सकते हैं.

हर्निया के कारण

हर्निया कई कारणों से हो सकते हैं. इसका एक कारण शारीरिक तनाव है, अधिक वजन उठाना, लगातार खांसना या कब्ज की समस्या होने से पेट की दीवार पर दबाव बढ़ता है, जिसस हर्निया हो सकता है. कुछ केसेस में व्यक्ति जन्म से ही मांसपेशियों में कमजोरी के साथ पैदा हो सकता है, जो हर्निया का कारण बन जाता है. पुरानी बीमारियां, जैसे मोटापा, प्रेगनेंसी या कुछ खास प्रकार की फिजिकल एक्टिविटी के कारण भी हर्निया हो सकता है. साथ ही उम्र भी हर्निया का एक कारण हो सकता है- जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, मसल्स और टिशू कमजोर हो सकते हैं, जिससे हर्निया का खतरा बढ़ जाता है.

हर्निया के लक्षण

हर्निया को हम गांठ, सूजन, कोमल उभार से पहचान सकते हैं, इसके कारण पेट या पेलविस में गंभीर दर्द होता है. इसके कई लक्षण हैं जैसे :

– दर्द और असुविधा: हर्निया के क्षेत्र में दर्द हो सकता है, खासकर खांसने या भारी चीजें उठाने के दौरान हो.

– सूजन या गांठ: हर्निया वाले स्थान पर सूजन या गांठ दिखाई दे सकती है, जो सामान्य रूप से खड़े होने या बैठने से अधिक दिखाई देती हो.

– पेट में दबाव या भारीपन: पेट के निचले हिस्से में भारीपन महसूस हो सकता है.

– दर्द का बढ़ना: जब हर्निया बाहर निकलने वाला अंग फंसा हुआ हो या संकुचित हो, तो यह बहुत तेज दर्द दे सकता है.

– मतली और उल्टी महसूस होना

खास बात

अगर आपको हर्निया के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है, ताकि समय पर आपका इलाज किया जा सके.

अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन                           (क्वालीफाईड डायटीशियन/ एडुकेटर, अहमदाबाद) 

By AMRITA

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