प्रकृति ने हमे ऐसे बनाया है कि हमारे शरीर की सभी पोषक तत्वों की पूर्ति प्रकृति से ही हो जाती है। प्रकृति में कई सारे पोषक तत्व मौजूद हैं, जो हमारी सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं। सूरज की रोशनी से मिलने वाला विटामिन डी भी इन्हीं में से एक है, जिसे सही डाइट के साथ अपनी दिनचर्या में शामिल करना बेहद जरूरी है।

यह एक जरूरी पोषक तत्व है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। हालांकि, कुछ अध्ययनों के मुताबिक 70-90 फीसदी भारतीयों में विटामिन-डी की कमी होती है। विटामिन डी एक अनोखा विटामिन है, जो सूरज की रोशनी के संपर्क में आने पर आपकी त्वचा में मौजूद कोलेस्ट्रॉल से बनता है।

ऐसे में सर्दियों में अक्सर धूप कम होने की वजह सूरज की रोशनी से इसकी कमी पूरी करना मुश्किल हो जाता है। आइए जानते हैं कि कैसे आप सर्दियों में विटामिन-डी की कमी दूर कर सकते हैं और साथ ही जानेंगे कि इस मौसम में धूप सेंकने का सही समय क्या होता है।

सर्दियों में किस समय सेंके धूप?

शरीर में विटामिन-डी का लेवल बनाए रखने के लिए सीमिता मात्रा में धूप लेना जरूरी है, लेकिन जरूरत से ज्यादा धूप कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की वजह बन सकती है। ऐसे में आपको सूरज से ज्यादा से ज्यादा विटामिन डी लेने करने का सुरक्षित तरीका पता होना चाहिए। सूरज की रोशनी से ज्यादा विटामिन-डी लेने का सबसे अच्छा समय सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच है। इस समय यूवी किरणें तेज होती हैं और इस समय शरीर विटामिन-डी ज्यादा अच्छे तरह से बना सकता है। साथ ही इस समय की सूरज की रोशनी को सुरक्षित भी माना जाता है, क्योंकि इसके बाद की धूप के संपर्क में आने से कुछ प्रकार के कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है।

शरीर में किन हिस्सों को दिखाए धूप

विटामिन डी त्वचा में मौजूद कोलेस्ट्रॉल से बनता है। इसका मतलब यह है कि शरीर में विटामिन-डी की कमी पूरी करने के लिए त्वचा को धूप दिखाना बेहद जरूरी है। ज्यादा विटामिन डी लेने के लिए आप अपने हाथ, पैर, पीठ और पेट को धूप में एक्सपोज कर सकते हैं। खासकर अपनी पीठ को ज्यादा धूप दिखाएं, क्योंकि यह आपके शरीर को ज्यादा विटामिन डी बनाने में मदद करता है। धूप सेंकते समय आप टैंक टॉप और शॉर्ट्स पहन सकते हैं। साथ ही अपने चेहरे और आंखों की सुरक्षा के लिए हैट और चश्मा जरूर पहनें।

कितनी देर धूप में रहना सही?

धूप सेंकने का समय व्यक्ति की त्वचा के रंग पर निर्भर करता है। हल्के रंग की त्वचा वाले लोगों को धूप में लगभग 15 मिनट रहने की जरूरत होती है, जबकि डार्क कलर की त्वचा वाले लोगों को एक घंटे या उससे ज्यादा समय तक धूप में रहना पड़ता है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि गहरे रंग की त्वचा वाले लोगों में हल्के रंग वाले लोगों की तुलना में ज्यादा मेलेनिन होता है। मेलेनिन एक पिगमेंट है, जिससे हमारी त्वचा का रंग निर्धारित होता है।

यह हमारी त्वचा के लिए एक प्रोटेक्टर की तरह काम करता है और स्किन को एक रक्षक एक्सट्रा धूप से बचाता है। यह एक नेचुरल सनस्क्रीन बैरियर की तरह होता है, जो यूवी किरणों को अवशोषित करता है और स्किन को सनबर्न और स्किन कैंसर से बचाता है।

अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन                            (क्वालीफाईड डायटीशियन/ एडुकेटर अहमदाबाद) 

By AMRITA

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