अक्सर माँ बनने के बाद महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने का जोखिम बढ़ जाता है।इसके साथ ही स्तनों के आकार और रंग में भी परिवर्तन होता है। दूध भर जाने की वजह से स्तनों का लटकना बहुत ही स्वाभाविक हो जाता है। कई महिलाएं इसे लैक्टेशन के दौरान होने वाले साधारण बदलाव समझकर ऐसे ही नजर अंदाज कर देती हैं। लेकिन इसके प्रति भी जागरूकता जरूरी है अच्छी काया बनाए रखने के लिए और स्तनों की सही से साफ सफाई और उसके आकार को सही शेप देने के लिए यह जानकारी आपको जरूर होनी चाहिए।

  • ब्रेस्ट को हेल्थी रखने के लिए सही ब्रा पहनना बहुत महत्वपूर्ण है। सही साइज़ और सही तरीके से ब्रा पहनने से ब्रेस्ट की संरचना और स्वास्थ्य को बढ़ावा मिल सकता है। स्वस्थ आहार लेना, जिसमें पौष्टिकता भरपूर हो, ब्रेस्ट के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। फल, सब्जियां, अनाज और पौष्टिक तेल जैसे आहार उपयोगी हो सकते हैं।

 स्तनों को स्वस्थ रखने के 5 आसान तरीके 

1. नियमित स्व-परीक्षण

हर महीने अपने ब्रेस्ट का स्व-परीक्षण करें। यह आपको किसी भी असामान्यता, गांठ या बदलाव को जल्दी पहचानने में मदद करेगा। अगर कोई बदलाव महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ब्रेस्ट के स्वास्थ्य की निगरानी में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह आपको अपने ब्रेस्ट की स्वस्थ्य स्थिति को निगरानी में रखने में मदद करता है और किसी भी समस्या को समय रहते पहचानने में सहायक होता है।

2. स्वस्थ आहार और जीवनशैली

अपने आहार में फल, सब्जियां और उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थ शामिल करें। अत्यधिक फैट और शुगर से बचें। नियमित व्यायाम करें, क्योंकि इससे वजन नियंत्रित रहता है और हार्मोनल संतुलन भी बना रहता है। पानी पीना बहुत महत्वपूर्ण है ब्रेस्ट हेल्थ के लिए। अच्छे मात्रा में पानी पीने से आपके शरीर के ऊर्जा स्तर को बनाए रखने में मदद मिलती है और स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है।

3. नियमित मैमोग्राफी

मैमोग्राफी से ब्रेस्ट कैंसर के छोटे गांठों को पहचानने में मदद मिलती है, जो कि अक्सर बिना लक्षणों के हो सकती हैं। उम्र और जोखिम के आधार पर, डॉक्टर की सलाह के अनुसार नियमित मैमोग्राफी करवाएं। यह ब्रेस्ट कैंसर की जल्दी पहचान में मदद करता है।

4. ब्रेस्ट -फीडिंग

यदि संभव हो, तो ब्रेस्ट फीडिंग जरूर कराएं, यह ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को कम करता है और माँ और बच्चे दोनों के लिए स्वास्थ्यवर्धक है। अच्छा पोषण लेना, सही तरीके से खाना खाना और पर्याप्त पानी पीना बहुत जरूरी है जिससे कि आपके दूध में पोषक घटक हों।

5. स्ट्रेस मैनेजमेंट

मेंटल हेल्थ का ध्यान रखें। अत्यधिक तनाव से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जो ब्रेस्ट की सेहत पर भी असर डालता है। मेडिटेशन, योग या कोई भी स्ट्रेस-बस्टिंग एक्टिविटी अपनाएं। स्ट्रेस मैनेजमेंट ब्रेस्टफीडिंग माँ के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह माँ के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। ब्रेस्ट की सेहत का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है और यह कुछ साधारण उपायों से संभव है। नियमित रूप से डॉक्टर से परामर्श और स्व-परीक्षण आपके स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं।

 अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन                     (क्वालीफाईड डायटीशियन/ एडुकेटर – अहमदाबाद) 

By AMRITA

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