आज पर्यावरण दिवस है और सभी लोग पर्यावरण की सुरक्षा के लिए पौधे लगाने के लिए नारे लगा रहे हैं। पौधे हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं इनसे ही हमें ऑक्सीजन मिलती है कोविड के समय पर कई लोगों की जान ऑक्सीजन की कमी होने की वजह से हुई। ज्यादातर मौत की खास वजह मस्तिष्क में ऑक्सीजन की कमी थी।

मस्तिष्क में ऑक्सीजन की कमी होना काफी घातक स्थिति हो सकती है, इसकी वजह से ब्रेन की कोशिकाएं नष्ट होने लगती है। ऐसे में स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। ऐसी घातक स्थिति से बचने के लिए आपको अपने शरीर में दिखने वाले बदलावों पर ध्यान देने की जरूरत होती है। दरअसल, मस्तिष्क में जब ऑक्सीजन की कमी होने लगती है, तो शरीर कई तरह के संकेत देने लगता है। आइए जानते हैं इन संकेतों के बारे में विस्तार से-

मस्तिष्क में ऑक्सीजन की कमी होने के लक्षण

ब्रेन के ब्लड वेसेल्स को बेहतर ढंग से काम करने के लिए ऑक्सीजन और पोषक तत्वों का काफी अधिक महत्व होता है। यह हमारे पूरे शरीर का एक छोटा सा हिस्सा है, लेकिन इसकी मदद से ही शरीर के लगभग हर कार्यों को पूरा किया जा सकता है। मस्तिष्क को अन्य हिस्सों की तुलना में अधिक ऊर्जा की जरूरत होती है। विशेष रूप से, मस्तिष्क को दैनिक गतिविधियों के लिए आवश्यक ऑक्सीजन और ग्लूकोज प्राप्त करने के लिए हृदय से लगभग 15% ब्लड की आवश्यकता होती है। इसलिए ऑक्सीजन की पूर्ति बहुत ही जरूरी होता है।

ब्रेन में ऑक्सीजन की कमी होने के संकेत 

  •  सिरदर्द
  • अक्सर थकान रहना
  • चक्कर आने की परेशानी
  • स्किन नीला नजर आना
  • सांस लेने में परेशानी
  • खांसी होना, इत्यादि।

ब्रेन में ऑक्सीजन की कमी होने पर शरीर कैसे रिस्पॉंस करता है?

मस्तिष्क में ऑक्सीजन की कमी होती है, तो आपको सबसे पहले सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। इसके साथ-साथ तेज सांस लेना, खांसी और घरघराहट महसूस होता है।

कुछ स्थितियों में मरीजों को बार-बार चक्कर आना, सिर चकराना, टिनिटस जैसे लक्षण भी दिखते हैं। इसके अलावा, उन्हें चक्कर आना, हल्कापन और संतुलन खोने का अनुभव होता है। इतना ही नहीं अनिद्रा की भी परेशानी हो सकती है।

अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन                     (क्वालीफाईड डायटीशियन एडुकेटर अहमदाबाद) 

By AMRITA

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