ठंड के मौसम में खांसी, सर्दी-जुकाम, गले में खराश से सबसे ज्यादा लोग परेशान रहते हैं। सर्दी की ठंडी हवाओं के कारण ये समस्याएं जल्दी दूर भी नहीं होती हैं। ऐसे में घर से बाहर निकलने में जरा-सी भी लापरवाही आपको और भी अधिक बीमार कर सकती है। कुछ लोगों की खांसी-जुकाम, गले में खराश जल्दी ठीक नहीं होती है।
कफ वाली खांसी सर्दी के मौसम में अधिक होती है और उचित इलाज से ही इसे आफ जल्दी ठीक कर सकते हैं। खांस-खांस कर सीन में दर्द, जलन रहने लगता है। आपको भी खांसी की समस्या है और ठीक होने का नाम नहीं ले रही है तो फिर आप कुछ होम रेमेडीज या घरेलू नुस्खे को कुछ दिनों के लिए आजमा कर जरूर देखें।
हर किसी को कभी न कभी खांसी की समस्या से दो चार होना ही पड़ता है। और जब मौसम बेहद ठंडा हो तो ये समस्याएं बेहद कॉमन हो जाती हैं। सर्दी के मौसम में खांसी की समस्या दिन से कई गुना ज्यादा रात में परेशान करती है। इसकी वजन से नींद नहीं आ पाती, थकान, चिड़चिड़ापन और अगले दिन की सुस्ती जैसी समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। अगर आपको भी रात में पड़ने वाले खांसी के दौरे से परेशीनी होती है, तो इसका सामना करने के लिए आप इन टिप्स को अपना सकते हैं।
सिर को बाकी शरीर से ऊपर रखें
जब आप सोने के लिए लेटें तो सिर को तकिये की मदद से शरीर के दूसरे भाग से ऊपर रखें। इससे खांसी में आराम इसलिए मिलता है क्योंकि खांसी आपके गले और श्वास नलियों में इरिटैंट्स यानी उसमें तकलीफ होने से ही होती है। अगर आपका सिर शरीर के लेवल से ऊपर होगा तो आपके गले में पानी जमा नहीं होगा। इससे आपकी खांसी कम हो सकती है।
पीठ के बल न सोएं
पीठ के बल सोने से ब्लड में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, जिससे फेफड़ों पर असर पड़ता है, आपको इस वजह से गहरी सांस लेनी पड़ती है और खांसी होने की संभावना बढ़ जाती है। पेट के बल लेटने से आपको खांसी से राहत तो मिल जाएगी लेकिन फिर दूसरे अंगों पर दबाव पड़ेगा। इसलिए सबसे अच्छा है कि आप करवट लेकर सोएं।
सोने से पहले सिर्फ नाक से लें सांस
जब नाक बंद होती है तो आप मुंह से सांस लेने लगते हैं। मुंह से सांस लेना हाइपरवेंटिलेशन का संकेत है, जिससे खांसी हो जाती है। इसलिए सोने से पहले बंद नाक का इलाज करें। इसके लिए आप एक जगह बैठ जाएं। फिर अपना मुंह बंद कर लें, नाक दबा लें और सांस रोकें। जब तक हो सके सांस रोकें और 20 से 30 कदम चलें। उसके बाद नाक छोड़ दें, और उससे आराम से सांस छोड़ें और अंदर लें। इस एक्सरसाइज़ को तब तक करें जब तक कि आप नाक से ठीक से सांस लेना शुरू न कर दें।
खाने के 2 घंटे बाद सोएं
कई बार ऐसा होता है कि रात में पेट के एसिड्स फूड पाइप और गले तक वापस आने लगते हैं और उस वजह से खांसी होती है। गले में गतिरोध पैदा होने से ही ऐसा होता है। ये सब खाना खाने के फौरन बाद सोने से होता है। इसे एसिड रिफ्लक्स कहते हैं। इसलिए खाना खाने के तकरीबन दो घंटे बाद सोएं, तुरंत न सोएं।
बेड शीट और तकिये को रखें साफ
अपने बेडरूम में धूल न जमने दें। धूल या फिर घर के पालतू जानवर के फर के कारण भी रात को खांसी का दौरा पड़ सकता है। सांस लेने के दौरान ये श्वास नली में फंस जाते हैं जिससे कि खांसी शुरू हो जाती है। इसलिए अपना रूम, खासतौर पर अपनी बेडशीट और तकिये को साफ रखें।
बेडरूम में लगाएं ह्यूमिडफायर
रात को गला सूख जाने पर खांसी का दौरा पड़ सकता है। ऐसा तब होता है जब कमरे में आपके सांस लेने लायक हवा न हो। इससे बचने के लिए आप ह्यूमिडफायर लगा सकते हैं। ह्यूमिडफायर से से आपके कमरे में नमी बनी रहेगी और आपको सांस लेने में ज्यादा मुश्किल नहीं होगी। इससे आपको रात में खांसी से आराम मिलेगा।
बेड के पास रखें पानी का ग्लास
रात को सोने से पहले अपने बेड के पास पानी का ग्लास या पानी की बोतल ज़रूर रखें। जब भी आपको खांसने की इच्छा हो या खांसी आनी शुरू हो तो एक घूंट पानी पी लें। सोने से पहले शुगर वाली ड्रिंक्स या कैफीनयुक्त ड्रिंक भी न पियें, ये आपकी समस्या को बढ़ा सकती हैं।
अगर दूध से एलर्जी है तो रात में न पिएं दूध
दूध, उसके उत्पाद और मकस पैदा करने वाली कुछ और खाने-पीने की चीज़ें अगर रात को ली जाएं, तो खांसी होने की संभावना रहती है। ऐसा अक्सर उन लोगों के साथ होता है जिन्हें इन उत्पादों से एलर्जी होती है। अगर आपको एलर्जी नहीं है तो रात को गर्म दूध पी सकते हैं।
जब नींद आए तभी सोने जाएं
अगर लेटने से आपको खांसी ज्यादा आ रही हो, और नींद नहीं आ रही हो तो सिर्फ तभी लेटें जब आपको नींद आनी शुरू हो जाए। इससे आपकी खांसीऔर ज्यादा नहीं बढ़ेगी। कई बार लेटे रहने से खांसी बढ़ जाती है।
दिन में न सोएं
दिन में सोने से रात को नींद आना मुश्किल होता है। इसलिए दिन में न सोएं, खासतौर पर तब जब आपको सर्दी-खांसी हो।सर्दी, वायरल फ्लू और दूसरे वायरल इंफेक्शन में खांसी हो जाती है, जो कि रात को बढ़ जाती है। कई बार ये किसी गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकता है। कई बार दिल के ठीक प्रकार से काम न करने की स्थिति में भी रात को खांसी का दौरा उठ सकता है। फेफड़ों के इनफेक्शन में भी खांसी होती है। ये सभी गंभीर स्थिति हैं जिसके लिए आपको जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
अगर आपकी खांसी आपको गंभीर नहीं लग रही तब भी आप इसे अनदेखा न करें। अगर आपको गीली खांसी है तो फेफड़ों और छाती को साफ करने वाली दवाएं जैसे बेनाड्रिल सीआर लें और सूखी खांसी होने पर बेनाड्रिल डीआर लें। इससे आपको आराम मिलेगा और आप सो पाएंगे।