शरीर में कोई भी बीमारी होने पर इसके लक्षण नजर आने लगते हैं, इसलिए शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दिखने वाले किसी भी लक्षण को नजरअंदाज करना खतरे से खाली नहीं है.कुछ बीमारी के लक्षण ऐसे होते हैं, जिनको समझ पाना बहुत कठिन हो जाता है.
ऐसा ही एक लक्षण है जीभ का सफेद होना. आमतौर पर सही तरीके से जीभ की सफाई न करने की वजह से उस पर सफेद परत जमने लगती है.
लेकिन, आपको बता दें कि कई अन्य गंभीर बीमारियों में भी जीभ के सफेद होने का लक्षण नजर आता है. ऐसे में अगर आपको ये लक्षण दिखे तो इसे अनदेखा न करें और इस स्थिति में किसी डाॅक्टर की सलाह लें, ताकि शरीर में पनपने वाली बीमारी को गंभीर होने से रोका जा सके.
इन वजहों से जीभ होने लगता है सफेद
ओरल लाइकेन प्लेनस के कारण
कई मामलों में जीभ सफेद होने के पीछे एक वजह ओरल लाइकेन प्लेनस हो सकती है. बता दें कि गंभीर प्रॉब्लम के कारण मुंह से जुड़ी कई तरह की अन्य प्रॉब्लम हो सकती हैं. दरअसल इस स्थिति में मुंह के अंदर मौजूद श्लेष्मा झिल्ली बुरी तरह से प्रभावित होने लगती है और जीभ सफेद पड़ने लगती है. ओरल लाइकेन प्लेनस की वजह से जीभ में सूजन, घाव दर्द और जलन की प्रॉब्लम भी महसूस हो सकती है.
ल्यूकोप्लाकिया के कारण
जैसा कि हम जानते हैं कि ल्यूकेमिया जीभ और मुंह से जुड़ी एक ऐसी स्थिति है, जिसके वजह से जीभ के सफेद होने की प्रॉब्लम का सामना करना पड़ सकता है. इसका खतरा ज्यादातर तंबाकू या फिर अल्कोहल का अत्यधिक उपयोग करने वाले लोगों को होता है. बता दें कि इस प्रॉब्लम की शुरुआत में पहले मुंह में जलन होती है और फिर धीरे-धीरे ल्यूकोप्लाकिया होने की स्थिति बन जाती है.
मुंह में छाले होने पर
दरअसल कमजोर इम्युन सिस्टन की वजह से मुंह के छाले या ओरल थ्रश की प्रॉब्लम हो सकती है और इस स्थिति में कई बार आपकी जीभ सफेद होने लगती है. इसका समय रहते इलाज कराना जरूरी है क्योंकि इसके कारण मुश्किलें बढ़ सकती हैं. बता दें कि कीमोथैरेपी और एंटीबॉयोटिक्स लेने से भी यह परेशानी हो सकती है.
डिहाइड्रेशन होने पर
शरीर में पानी की कमी डिहाइड्रेशन की वजह बनता है और यह एक ऐसी प्रॉब्लम है, जिसकी वजह से व्यक्ति कई तरह की बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार शरीर में पानी की कमी या डिहाइड्रेशन की स्थिति में भी जीभ सफेद हो सकती है.
अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन (क्वालीफाईड डायटीशियन/ एडुकेटर अहमदाबाद)