बच्चों की मालिश हमेशा से ही सबसे खास बात रही है, क्योंकि बच्चों की मालिश अगर सही से होती है तो शारीरिक विकास भी उनका उतनी ही अच्छे से होता है। वह तंदुरुस्त बनते और दिखते हैं और उनका शरीर भी सुडौल होता है।बच्चों की परवरिश में मालिश अपने आप में एक अहम भूमिका निभाता है वैसे तो सर्दी गर्मी बारिश हर किसी मौसम में मालिश के लिए अलग-अलग तरीके अपनाए जाते हैं। गर्मियों में इसका ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है क्योंकि कई बार मालिश के बाद शारीरिक तापमान बढ़ने की वजह से पसीने छूटते हैं और उसके बाद फिर घमौरियाँ आती हैं।
सर्दियों में बच्चों में गर्माहट लाने के लिए सरसों के तेल और तिल के तेल से मालिश की जाती है। लेकिन, गर्मियों में इन दोनों के इस्तेमाल से बच्चे की त्वचा को नुकसान पहुँच सकता है।
नारियल के तेल की तासीर ठंडी होती है इसीलिए गर्मी के मौसम में बच्चों के लिए नारियल के तेल से मालिश करने की सलाह दी जाती है इससे मालिश करने से बच्चे को अधिक गर्मी महसूस नहीं होती।
नारियल तेल से मालिश के फ़ायदे:
- मालिश के बाद नारियल तेल बच्चों की स्किन में आसानी से आसानी से अब्ज़ोर्ब हो जाता है।
- नारियल के तेल से मालिश करने से बच्चे को अच्छे से भूख लगती है।
- नारियल के तेल से मालिश करने से बच्चे के शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है जिससे बच्चा फुर्तिला और स्वस्थ महसूस करता है।
- नारियल के तेल से मालिश करने से बच्चे कई त्वचा निखरती है और रंग साफ़ होता है।
कब नहीं करनी चाहिए मालिश
- दूध पिलाने के तुरंत बाद
- सोते हुए बच्चे की मालिश नहीं करनी चाहिए।
एलर्जी में न करें मालिश
बच्चे की मालिश के लिए अगर कोई तेल पहली बार इस्तेमाल कर रहे हैं तो पहले एलर्जी टेस्ट जरूर करें। इसके लिए स्किन के किसी एक हिस्से पर थोड़ा-सा तेल लगाएं और 24 घंटे तक इंतजार करें। अगर उस हिस्से पर रेडनेस, दाने या रेशेज़ नज़र आएं तो उस तेल का इतेमाल न करें।
कितनी देर तक करें मालिश
बच्चे की मालिश 10 मिनट से 30 तक ही करें। अधिक समय तक मालिश करने से बचें। अगर चाहें तो दिन में 2 बार, सुबह और शाम को बच्चे की मालिश कर सकते हैं।
अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन (क्वालीफाईड डायटीशियन/ एडुकेटर अहमदाबाद)