भारत में डायबिटीज के कुल 7.7 करोड़ रोगी हैं। विश्व में चीन पहले नंबर पर है और भारत का स्थान दूसरा है।भारत में डायबिटीज एक बम विस्फोट की तरह सामने आ रहा है जिसे कंट्रोल करना अब बेहद और बेहद जरूरी हो चुका है। आए दिन कई रिसर्च होते रहते हैं कई रिपोर्ट हमारे सामने आते हैं जो इसकी रोकथाम और बचाव में कारगर साबित हो सके। WHO भी लगातार इस सिलसिले में कुछ ना कुछ नई चीजों और नए निदान ढूंढता रहता है।आज हम इस विषय पर चर्चा करने जा रहे हैं कि कौन-कौन से फूड आइटम्स का ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है और उसे डायबिटिक पेशेंट को बिल्कुल भी अपने डाइट में शामिल नहीं करना चाहिए वरना यह उनके लिए घातक हो सकता है।
डायबिटीज के मरीजों को उन चीजों को अपनी डाइट में शामिल नहीं करना चाहिए। जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 70-90 के बीच हो। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों के लिए कुछ ऐसी सब्जियां है। जिनके सेवन से बचने की जरूरत है। अगर आप इन सब्जियों का सेवन करते हैं तो ब्लड शुगर लेवल हाई हो सकता है।
आलू भारत समेत दुनिया भर में सबसे ज्यादा खाने वाले खाद्य पदार्थों में शामिल है। आलू भारत और अमेरिका में खाई जाने वाली सबसे लोकप्रिय सब्जियों में एक है। इतना ही नहीं इन देशों में आलू की सब्जी के अलावा चिप्स और फ्राइज के रूप में भी बहुत ज्यादा खपत होती है।
डायबिटीज के मरीज इन सब्जियों से रहें दूर
आलू से करें तौबा
जिन लोगों का ब्लड शुगरलेवल हाई रहता है। उन्हें आलू से फौरन दूरी बना लेनी चाहिए। आलू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 70-90 के बीच होता है। यह बहुत ज्यादा है। इसमें कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता है। इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है। 100 ग्राम आलू में 30 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 2 ग्राम फाइबर होता है। आलू का सेवन किसी भी तरह से करें। ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है। लिहाजा चिप्स, फ्रेंच फ्राइज, आलू टिक्की इन सभी चटपटी चीजों से कोसों दूर रहना चाहिए।
मकई या मक्का
मक्के को आग में पकाकर या फिर उबालकर खाने का चलन है। इसका टेस्ट कई लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए ये नुकसानदेह है। इसकी वजह ये है कि इसमें कार्बोहाइड्रेट्स भारी मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है।
शकरकंद
इस बात में कोई शक नहीं कि शकरकंद सेहत के लिए काफी फायदेमंद है, लेकिन डायबिटीज के मरीजों को इससे परहेज करना चाहिए। इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स और बीटा केरोटीन मधुमेह के रोगियों का ब्लड शुगर लेवल बढ़ा सकते हैं। डायबिटीज के मरीजों को इससे दूरी बनाए रखना चाहिए।
रतालू से करें परहेज
रतालू का सेवन आमतौर पर कचालू बनाकर फ्रूट चाट के रूप में किया जाता है। रतालू का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ने लगता है। इसका ग्लाइसेमिक इडेक्स 65 के आसपास होता है।
मटर का न करें सेवन
खाने में मटर मिलाने से उसका टेस्ट बढ़ जाता है। इस सब्जी को कार्बोहाइड्रेट्स और स्टार्च का रिच सोर्स माना जाता है। जिसकी वजह से इससे दूरी बनाना ही बेहतर है। मटर खाने से डाइबिटीज के मरीजों का डाइजेशन खराब हो सकता है।
अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन (क्वालीफाईड डायटीशियन एडुकेटर अहमदाबाद)