साल 2023 में जारी किए रिपोर्ट में ICMR- INDIAB ने भारत में कुल 10.1 करोड़ लोगों के डायबिटिक होने का दावा किया है, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं।
डायबिटीज़ आजकल बहुत सामान्य हो गया है, और यह हर आयु के लोगो में पाया जा सकता है, बच्चों में भी। यह दो प्रकार की होती है: पहले, टाइप 1 जो बच्चों में पायी जाती है, और दूसरी, टाइप 2, जो वयस्कों में अधिक होती है, लेकिन अब बच्चों में भी देखी जाती है।
इसमें हाई शुगर स्तर होता है जो थाइराइड के अलावा अन्य कारणों से भी हो सकता है। यह आहार, व्यायाम, और जीवनशैली के खराब होने से भी हो सकता है। बता दे कि जब यह बच्चों में होती है, तो अविश्वसनीय खतरा हो सकता है, लेकिन इसे सही दवाइयों और खान पान से ठीक या मैनेज किया जा सकता है।
बच्चों में डायबिटीज के लक्षण
1. अधिक भूख और प्यास
अगर आपके बच्चे में बहुत ज्यादा भूख और प्यास की समस्या है, तो यह डायबिटीज़ के लक्षण हो सकते हैं। डायबिटीज़ में शरीर को इंसुलिन का सही ढंग से नहीं बन पाता या फिर इंसुलिन का सही ढंग से उपयोग नहीं होता है, जिससे शरीर में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है। यह अधिक प्यास और भूख के कारण बच्चे को आसानी से पहचाना जा सकता है।
2. थकान अधिक महसूस होना
बच्चों में डायबिटीज होना, अधिक थकान के लक्षण के रूप में भी दिख सकती है, जो काम करने में मुश्किल या असामान्य थकान के साथ आती है। डायबिटीज़ के कारण शरीर के ऊर्जा स्तर को मैनेज करने में मुश्किल हो सकती है, जिससे बार- बार और ज्यादा थकान की समस्या होती है। इसके अलावा, अधिक थकान का अनुभव करने वाले बच्चों को डायबिटीज़ के इलाज की पूरी उम्र या थोड़ी लंबे समय तक आवश्यकता होती है, जैसे कि इंसुलिन इंजेक्शन, रोजाना की व्यायाम, और सही आहार।
3. यूरीन अधिक आना
डायबिटीज़ के कुछ लक्षणों में यूरीन की अधिकता भी शामिल हो सकती है। जब बच्चों में डायबिटीज़ होती है, तो उनके शरीर में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है जो कि किडनियों में भी ग्लूकोज की मात्रा बढ़ा देता है। किडनीज इस अधिक ग्लूकोज को अधिक पानी के साथ उच्च स्तर पर निकालने के लिए अधिक काम करती हैं, जिससे यूरीन की मात्रा बढ़ जाती है। अत्यधिक यूरीन बनने के कारण बच्चों को बार-बार यूरीन करने की आवश्यकता हो सकती है, और यह एक डायबिटीज़ के संभावित लक्षण है।
4. त्वचा खराब हो सकती है
डायबिटीज़ के होने पर बच्चों की त्वचा खराब हो सकती है। यह त्वचा की सूखापन, खुजली, संक्रमण, और अन्य समस्याओं के रूप में प्रकट हो सकती है। इसका मुख्य कारण है कि डायबिटीज़ शरीर के रक्त में सुगर स्तर को प्रभावित कर सकती है, जिससे त्वचा का स्वास्थ्य प्रभावित होता है।
5. वीक आईसाइट
डायबिटीज़ का असर पर बच्चों की आईसाइट पर भी हो सकता है। डायबिटीज़ से बच्चों के रेटिना पर प्रभाव पड़ सकता है, जो आईसाइट को कमजोर कर सकती है। इसके अलावा डायबिटीज़ के कारण बच्चों को कैटरेक्ट की समस्या हो सकती है, जिससे आईसाइट कमजोर हो सकती है।
अमृता, नेशन्स न्यूट्रीशन (क्वालीफाईड डायटीशियन एडुकेटर अहमदाबाद)