हेल्थ डेस्क : दुनियाभर में सर्वाइकल कैंसर के मामले तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में सर्वाइकल कैंसर के 5वें मामले भारत में हैं। इसलिए लोगों को इस कैंसर के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए, ताकि लोग इसका इलाज करा सकें।
कैंसर पर आंकड़े प्रदान करने वाले एक ऑनलाइन डेटाबेस ग्लोबोकैन के अनुसार, वर्ष 2020 में दुनिया भर में सर्वाइकल कैंसर के 6,04,000 से अधिक मामले सामने आये हैं। जिनमें से 1,23,907 मरीज सिर्फ भारत में मिले हैं। जैसा कि आप जानते हैं कि स्तन कैंसर के बाद सर्वाइकल कैंसर ही एकमात्र ऐसा कैंसर है जिसे बढ़ने से रोका जा सकता है। इसलिए इस कैंसर के बारे में लोगों को जागरूक होना अनिवार्य हैं। इस वर्ष 22 से 28 जनवरी तक सर्वाइकल कैंसर जागरूकता सप्ताह भी घोषित किया गया हैं।
सर्वाइकल कैंसर होने के क्या है कारण?
1 .कम उम्र में बार-बार प्रसव के कारण गर्भाशय ग्रीवा को आघात,
2 .ज्यादा गर्भनिरोधक गोली लेने से भी लोगों में सर्वाइकल कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।
3 .अधिकांश सर्वाइकल कैंसर एचपीवी वायरस के कारण होते हैं, जो एक यौन संचारित संक्रमण है।
4 .प्रजनन अंगों की अस्वच्छता, यौन संचारित रोग, शराब और तंबाकू का सेवन से इसकी संभावना बढ़ जाती है