हेल्थ डेस्क। लिवर हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने, पाचन में मदद करने और ऊर्जा बनाने जैसे कई जरूरी कार्य करता है। अगर लिवर कमजोर हो जाए तो सेहत पर बुरा असर पड़ता है।लेकिन सही पोषण और प्राकृतिक जूस की मदद से आप अपने लिवर को स्वस्थ और मजबूत बना सकते हैं।
1. चुकंदर का जूस :चुकंदर में एंटीऑक्सीडेंट और बीटालेंस जैसे यौगिक होते हैं, जो लिवर की कार्यक्षमता बढ़ाते हैं और डिटॉक्स में मदद करते हैं। इसे आप सादा पी सकते हैं या स्वाद बढ़ाने के लिए थोड़ा नींबू मिला सकते हैं।
2. आंवले का जूस :आंवला विटामिन-सी का बड़ा स्रोत है और लिवर से विषाक्त पदार्थ निकालने वाले एंजाइमों के उत्पादन में मदद करता है। फैटी लिवर में भी यह बेहद लाभकारी है। सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में 2 चम्मच आंवले का रस मिलाकर पीने से सबसे अच्छा असर होता है।
3. गाजर का जूस:गाजर में बीटा-कैरोटीन होता है, जो विटामिन-ए में बदलकर लिवर को नुकसान से बचाता है और डिटॉक्सिफिकेशन में मदद करता है। आप इसे पालक के साथ मिलाकर ग्रीन जूस के रूप में भी ले सकते हैं।
4. खट्टे फलों का जूस :नींबू, संतरा और अंगूर जैसे खट्टे फल विटामिन-सी से भरपूर होते हैं, जो लिवर को साफ और स्वस्थ बनाए रखते हैं।सुबह गर्म पानी में नींबू का रस निचोड़कर पीना एक आसान और प्रभावी तरीका है।
5. हरा जूस :पालक, धनिया, खीरा और अन्य हरी पत्तेदार सब्ज़ियों में क्लोरोफिल होता है, जो लिवर से विषाक्त पदार्थ निकालने में मदद करता है। पालक, खीरा, पुदीना और अदरक को मिलाकर डिटॉक्स ग्रीन जूस बना सकते हैं।
6. हल्दी और अदरक का जूस :हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो लिवर की सूजन कम करता है। अदरक के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण लिवर को स्वस्थ बनाए रखते हैं। आप हल्दी और अदरक का जूस बना कर पी सकते हैं या हल्दी वाला दूध ले सकते हैं।
7. गन्ने का जूस :आयुर्वेद में शुद्ध गन्ने के रस को फैटी लिवर के लिए बहुत फायदेमंद माना गया है। अगर इसे नियमित रूप से एक महीने तक पीया जाए, तो यह फैटी लिवर में सुधार कर सकता है।