तांबे के बर्तन में रखकर पानी पीना हमेशा से ही स्वास्थ्य वर्धक माना गया है लेकिन, कई बार इसके कई नुकसान भी होते हैं.क्योंकि हर चीज हर किसी के लिए नहीं होती हर किसी की शारीरिक क्षमता अलग-अलग होती है.खाने और पचाने की भी क्षमता अलग-अलग होती है.ऐसे में अगर बिना जानकारी के हम बस कहानी सुनी बातों पर और देखी-दिखाई चीजों को देखकर अगर हम उसे अपने जीवन में उतारते हैं और उसे फॉलो करना शुरू करते हैं तो इसका अनुभव कई बार बुरा भी हो सकता है. तो चलिए आज जानते हैं कि तांबे के बर्तन में पानी पीना कितना फायदेमंद है और कितना नुकसानदेह? किसे पीना चाहिए और किसे नहीं?
तांबे के बर्तन में पानी पीने के फायदे
पानी प्यूरिफाई करता है: तांबे में स्ट्रॉन्ग एंटीमाइक्रोबियल प्रॉपर्टीज होती हैं, जो पानी को प्यूरिफाई करने और बैक्टीरिया, वायरस और फंगस जैसे हार्मफुल माइक्रोऑर्गेनिज्म्स को किल करने में हेल्प कर सकती हैं. ये इसे पानी को सेफली स्टोर करने के लिए एक एक्सीलेंट मटेरियल बनाता है.
डाइजेशन इम्प्रूव करता है: तांबे के वेसल्स से पानी पीने से डाइजेस्टिव एंजाइम्स स्टिम्युलेट होते हैं, जिससे डाइजेशन बेटर होता है और न्यूट्रिएंट्स का एब्जॉर्प्शन इम्प्रूव होता है.
इन्फ्लेमेशन कम करता है: तांबे में एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं, जो पूरी बॉडी में इन्फ्लेमेशन को रिड्यूस करने और उससे जुड़े पेन को कम करने में हेल्प कर सकती हैं.
एनर्जी बढ़ाता है: तांबे के वेसल्स से पानी पीने से एनर्जी लेवल्स बूस्ट होने और ओवरऑल हेल्थ और वेल-बीइंग इम्प्रूव होने की बात कही जाती है.
इम्यूनिटी बूस्ट करता है: तांबा व्हाइट ब्लड सेल्स के प्रोडक्शन को बढ़ाकर इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में हेल्प कर सकता है, जो इन्फेक्शंस से फाइट करने और गुड हेल्थ बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी हैं.
एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज: तांबे में एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज भी होती हैं, जो बॉडी को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और फ्री रेडिकल्स से होने वाले डैमेज से प्रोटेक्ट करने में हेल्प कर सकती हैं.
ऐसे में देखा जा सकता है कि तांबा एक एसेंशियल मिनरल है, जो गुड हेल्थ बनाए रखने में एक क्रूशियल रोल प्ले करता है. इससे तांबे के बर्तन आपकी डेली रूटीन में एक वैल्यूएबल एडिशन बन जाते हैं.
तांबे के बर्तन में पानी पीने के नुकसान
तांबे के बर्तन में पानी पीने के कुछ संभावित नुकसान हैं, जिनमें पेट दर्द, मतली, और गैस जैसी समस्याएं शामिल हैं। अधिक मात्रा में तांबा शरीर में जमा होने से कॉपर टॉक्सिसिटी हो सकती है, जिससे लिवर और किडनी को नुकसान हो सकता है।
यदि आप बहुत अधिक मात्रा में तांबे के बर्तन में पानी पीते हैं, तो आपके शरीर में तांबे की मात्रा बढ़ सकती है, जिससे कॉपर टॉक्सिसिटी हो सकती है।
कॉपर टॉक्सिसिटी के कारण पेट दर्द, मतली, उल्टी और दस्त हो सकते हैं।
अधिक मात्रा में तांबा लिवर और किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है।
कुछ मामलों में, तांबे के बर्तन में पानी पीने से नर्वस सिस्टम को भी नुकसान हो सकता है।
तांबे के बर्तन में पानी की तासीर गर्म होती है, इसलिए यदि आपको एसिडिटी की समस्या है तो यह आपके लिए हानिकारक हो सकता है।
इसलिए, तांबे के बर्तन में पानी पीने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है:
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सीमित मात्रा में पानी पिएं:
एक या दो गिलास से ज्यादा पानी न पिएं।
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हर बार इस्तेमाल के बाद बर्तन को साफ करें:
बर्तन को साफ करने के लिए, आप नींबू और नमक का उपयोग कर सकते हैं।
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खट्टी चीजें न मिलाएं:
तांबे के बर्तन में नींबू या अन्य खट्टी चीजें मिलाने से बचें।
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अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो डॉक्टर से सलाह लें:
अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन क्वालीफाईड डायटीशियन डायबिटीज एजुकेटर, अहमदाबाद