
कृषि में एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग पर प्रतिबंध भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा लगाया गया है. यह प्रतिबंध पशुधन और जलीय कृषि के उत्पादन में चुनिंदा एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग को प्रतिबंधित करता है, जो रोगाणुरोधी प्रतिरोध (AMR) के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए है.
-
FSSAI का प्रतिबंध:
FSSAI ने मांस, मुर्गी पालन, अंडे, दूध, दूध उत्पादों और जलीय कृषि के उत्पादन में चुनिंदा एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है.
-
प्रतिक्रिया:
यह प्रतिबंध सभी प्रमुख पशुधन और जलीय कृषि प्रणालियों पर लागू होगा.
-
कारण:
एंटीबायोटिक प्रतिरोध (AMR) के बढ़ते खतरे को कम करना.
-
लक्ष्य:
2030 तक कृषि एंटीबायोटिक उपयोग को 40% तक कम करना.
-
अन्य देशों में:
कुछ यूरोपीय देशों ने भी पशुधन में एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग को कम करने और नियमित उपयोग को प्रतिबंधित करने के लिए कदम उठाए हैं.
-
पर्यावरण पर प्रभाव:शोधकर्ता ने एंटीबायोटिक दवाओं के पर्यावरण पर संभावित नकारात्मक दुष्प्रभावों पर भी ध्यान दिया है.(प्रियंवदा दीक्षित – फूड फॉर हील) (क्वालीफाईड डायटीशियन, आगरा)