हमारा हार्ट हमारे शरीर का बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है। यह 24 घंटे एक ऑटोमेटिक मशीन की तरह पंप करता रहता है जिसकी वजह से हमारे पूरे शरीर में शुद्ध रक्त का प्रवाह होता रहता है और अशुद्ध रक्त को साफ करते रहता हैंश। हार्टबीट का नार्मल होना बहुत जरूरी है क्योंकि एबनॉरमल हार्ट बीट हमारे लिए परेशानी का कारण बनता है तो आईए जानते हैं क्या कहती है हमारे दिल की धड़कन, आखिर हार्ट अटैक के कितने करीब हैं हम?
एक सामान्य हार्ट रेट कितनी होनी चाहिए?
एक सामान्य वयस्क का हार्ट रेट 60 से 100 बीट प्रति मिनट (BPM) होता है. 100 BPM से ऊपर जाने पर इसे ‘Tachycardia’ यानी असामान्य तेज़ धड़कन कहा जाता है. लगातार ज्यादा हार्ट रेट हार्ट पर दबाव डालता है और ब्लड सप्लाई में गड़बड़ी पैदा करता है.
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हार्ट रेट को कब समझें खतरे का सिग्नल
अगर आपका हार्ट रेट 120 BPM या उससे ज्यादा हो जाए और आप आराम की स्थिति में हों, तो तुरंत अलर्ट हो जाइए. इसके साथ में अगर चक्कर, सांस फूलना, सीने में दर्द, बेचैनी या पसीना आने जैसी समस्याएं हो रही है तो ये सीधा हार्ट अटैक का अलार्म साइन हो सकता है. मोबाइल फिटनेस बैंड या स्मार्टवॉच से रियल टाइम हार्ट रेट चेक कर सकते हैं.
कैसे करें बचाव?
1. गहरी सांस लें और रुकें. सांस को गिनकर लें और छोड़ें, ये दिल की धड़कन को सामान्य कर सकता है.
2. ठंडा पानी पिएं. इससे शरीर का टेंपरेचर और हार्ट रेट कंट्रोल में आ सकता है.
3. हार्ट रेट बढ़ने का सबसे बड़ा कारण तनाव है. इससे बचने के लिए योग और मेडिटेशन करें.
4. कैफीन या एनर्जी ड्रिंक से बचें, ये दिल की रफ्तार बढ़ाते हैं.
5. अगर लगातार तेज धड़कन बनी हुई है, तो बिना देरी किए मेडिकल जांच करवाएं, डॉक्टर से संपर्क करें.
6. रोजाना सुबह 5 मिनट का डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें, इससे हार्ट हेल्थ को बेहतर होगी.
7. रेगुलर ECG और ब्लड प्रेशर मॉनिटरिंग से दिल की स्थिति का अंदाज़ा लगाते रहें.
अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन क्वालीफाईड डायटीशियन, डायबिटीज एडुकेटर अहमदाबाद