क्या आपने कभी ऐसा महसूस किया है कि आप आराम से बैठकर टीवी या मोबाइल देख रहे हों, या दोस्तों के साथ हंसी मजाक कर रहे हों, कुछ भी नहीं तो बस आराम से लेटे हों या चेयर पर बैठे हों, नॉर्मल वॉक कर रहे हो या घर के काम कर रहे हों, या ऑफिस में बैठकर सहकर्मियों के साथ चाय पी रहे हों और आपका दिल अचानक जोर – जोर से धड़कने लगता है. आपको पसीना और घबराहट होने लगती है.खैर कभी-कभी ऐसा होना फिर भी नॉर्मल है लेकिन अगर अक्सर आपके साथ ऐसा होता है तो शायद यह आपके लिए एक चेतावनी भरा संदेश हो सकता है.इसके लिए आपका सतर्क रहना और अपने शरीर की पूरी जांच पड़ताल करवाना बेहद जरूरी है.चलिए समझते हैं कि ऐसा आखिर हमारे साथ होता क्यों है?

तनाव/टेंशन 

जब हम ज़्यादा टेंशन में होते हैं या चिंता करते हैं तो शरीर में एक हार्मोन निकलता है जिससे दिल की धड़कन तेज हो सकती है. इसी तरह जब हम ज़्यादा चाय-कॉफी पीते हैं, एनर्जी ड्रिंक लेते हैं या थकावट ज्यादा होती है. तब भी दिल की रफ्तार बढ़ सकती है. कई बार कोई दवाई खाने के बाद भी ऐसा महसूस होता है.

थायराइड और एनीमिया

जिन लोगों को थायरॉइड की समस्या रहती है तो उनका दिल भी बिना वजह तेज धड़कने लगता है. अगर शरीर में खून की कमी होती है यानी एनीमिया होता है तो भी दिल को ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे धड़कन तेज हो जाती है.

 

दिल से जुड़ी बीमारी

अगर ये दिक्कत कभी-कभी हो और थोड़ी देर में ठीक हो जाए तो बहुत चिंता की बात नहीं है, लेकिन अगर ये बार-बार हो रहा है और लंबे समय तक रहता है. साथ में चक्कर आ रहे हैं, सांस फूल रही है या सीने में दर्द भी हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए. ये दिल से जुड़ी किसी गड़बड़ी का संकेत हो सकता है.

 

अचानक दिल धड़कने पर बचाव में क्या करें

 

अगर अचानक दिल तेज धड़कने लगे तो सबसे पहले शांत बैठ जाएं और गहरी सांस लें. ठंडा पानी पीएं या मुंह पर ठंडा पानी डालें. इससे आराम मिल सकता है. मोबाइल या किसी काम को थोड़ी देर के लिए छोड़ दें और खुद को शांत करें. अगर ऐसा बार-बार हो रहा है, तो कैफीन कम करें, नींद पूरी लें और योग या ध्यान शुरू करें.

 

परेशानी बढ़ने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें

यदि यह परेशानी बराबर हो रही हो और इसकी वजह से शरीर पर असर पड़ता है तो बिना देर किए तुरंत नजदीकी और तजुर्बेकार डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

डॉक्टर इस परेशानी की जांच के लिए ECG या ब्लड टेस्ट करवा सकते हैं. अगर दिल या थायरॉइड की कोई गड़बड़ी मिले, तो उसके अनुसार दवा दी जाती है. कुछ मामलों में दवाओं के साथ-साथ लाइफस्टाइल सुधारने की भी जरूरत होती है.

अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन                          क्वालीफाईड डायटीशियन,डायबिटीज एडुकेटर          अहमदाबाद

By AMRITA

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