रक्तदान करने से शरीर को नुकसान नहीं होता, बल्कि इसके कई हेल्थ बेनिफिट्स भी हैं. शरीर में आयरन का बैलेंस बना रहता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है. साथ ही, नया खून बनने की प्रक्रिया तेज होती है, जिससे खून की क्वालिटी में सुधार होता है. लेकिन बेहद जरूरी है कि रक्तदान के सही तरीके और समय सीमा के अंतराल का पालन किया जाए.
क्या है रक्तदान का सही नियम
एक हेल्दी व्यक्ति हर आठ हफ्ते में यानी करीब दो महीने में एक बार रक्तदान कर सकता है. यानी साल में चार से छह बार रक्तदान किया जा सकता है. हालांकि, यह केवल हेल्दी लोगों के लिए मान्य है. अगर किसी व्यक्ति को कोई संक्रमण या स्वास्थ्य समस्या हो, तो रक्तदान करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी होता है.
किनके लिए रक्तदान करना सही नहीं
हालांकि रक्तदान करना एक नेक काम है, लेकिन कुछ लोगों को इसे करने से बचना चाहिए. जैसे कि :
* गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं
* जिनका हीमोग्लोबिन या आयरन लेवल कम हो
* जो हाल ही में किसी बड़ी सर्जरी या बीमारी से उबरे हों
* दिल की बीमारी, हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज से पीड़ित लोग
* जो लोग हेपेटाइटिस, एचआईवी, सिफलिस जैसी संक्रामक बीमारियों से ग्रसित हैं
* नशा करने वाले या ज्यादा शराब पीने वाले लोग
* गंभीर एलर्जी या रक्त संबंधी बीमारी से ग्रसित लोग
अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रिशन क्वालीफाईड डायटीशियन,डायबिटीज एडुकेटर अहमदाबाद