धनुरासन
धनुरासन एक ऐसा आसन है जो ना केवल घुटनों के दर्द को खत्म करता है, बल्कि इससे पीठ दर्द तनाव और मांसपेशियों की खिंचाव भी दूर होती है। इतना ही नहीं ये बंद नसों को भी खोलता है, जिससे शरीर में फुर्ती बन जाती है।

विधि- धनुरासन करने के लिए पहले पेट के बल सीधे लेट जाएं उसके बाद शरीर के अगले हिस्से को थोड़ा थोड़ा ऊपर उठाएं और पीछे से दोनों पैरों को ऊपर उठाएं और अपने आगे वाले दोनों हाथों से पीछे वाले पैरों के पंजों को पकड़ें, गर्दन को भी जितना हो सके ऊपर की ओर खींचे और धनुष का आकार ले लें। नियमित रूप से इस योग को करने से शरीर में दर्द से जुड़ी सारी परेशानियां दूर होती है

सेतुबंध आसन
नियमित रूप से सेतुबंध आसन करने से मांसपेशियों को मजबूती मिलती है इससे जोड़ों में दर्द, गिरीश खत्म होना, जोड़ों में सूजन और उसने बैठने में होने वाली परेशानी दूर होती है। इस आसन को करने से तनाव भी काफी हद तक कम हो जाता है

विधि- सेतुबंध आसन को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल सीधा लेट जाएं उसके बाद शरीर के बीच वाले भाग को ऊपर उठाने की कोशिश करें घुटनों को मोड़कर ही रखें जब शरीर का बीच वाला भाग ऊपर उठ जाए तो अपने दोनों हाथों से पैरों की एड़ियों को टच करें

त्रिकोणासन
त्रिकोणासन को आमतौर पर घुटनों व टखनों के दर्द को दूर करने के लिए ही जाना जाता है रोजाना इस आसन को करने से कमर दर्द और साइटिका की परेशानी भी दूर होती है। इसके अलावा जो लोग ऑफिस में घंटों बैठकर काम करते हैं उनके कमर में दर्द होने से भी बचाता है।

विधि- इस योग को करने के लिए एक चटाई पर सीधे खड़े हो जाएं और शरीर के एक भाग को दूसरी साइड झुकाएं और हाथों को पैरों तक ले जाएं, अब दूसरे हाथों से भी ऐसा ही करें। 4 से 5 बार इस योग को करने से शरीर में दर्द की परेशानी दूर होती है।

उष्ट्रासन
इस योग को कंधों और घुटनों को मजबूती प्रदान करने के लिए जाना जाता है। रोजाना इस योग को करने से रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आता है जिससे हड्डियों में दर्द की परेशानी नहीं रहती है।

विधि- इस योग को करने के लिए घुटनों के बल बैठ जाएं और शरीर को सीधा करें। उसके बाद दोनों हाथों से पैरों की दोनों एड़ियों को छूएं। कुछ देर तक इसी अवस्था में बने रहें फिर दोबारा ट्राई करें।

कुर्सी आसन
यह बहुत चर्चित आसनों में से एक है इस आसन को करने से घुटने में दर्द की परेशानीपूरी तरह से खत्म हो जाती है। यह अर्थराइटिस और जोड़ों में सूजन के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है।

विधि- कुर्सी हसन करना बेहद आसान होता है आजकल इस योग को स्कूलों में भी सिखाया जाने लगा है इस योग को करने के लिए शरीर को कुर्सी के आकार का बनाना होता है जैसे आप कुर्सी पर बैठते हैं लेकिन पीछे कुर्सी नहीं होती है। ध्यान रहे इस अवस्था में आपको समय नोट करना है अगर आप आज 2 सेकंड तक कुर्सी अवस्था में बने रहे हैं तो कल इस अवधि को 2 सेकंड और आगे बढ़ा लें।

 

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