PCOS और PCOD की समस्याओं से जूझ रही महिलाओं को अक्सर अनियमित पीरियड्स, वजन बढ़ना, मुंहासे, थकान जैसी समस्याएं झेलनी पड़ती है।

 

ऐसे में आयुर्वेद में एक चमत्कारी जड़ी-बूटी मानी जाने वाली मुलैठी बेहद कारगर साबित हो सकती है। खासकर मुलैठी की चाय पीना PCOD और PCOS में राहत देने में मदद करता है। आइए जानते हैं कि मुलैठी की चाय कब और कैसे पीना है?

 

हार्मोन बैलेंस में मददगार

 

मुलैठी हार्मोन रेगुलेटर के रूप में काम करती है। इसमें मौजूद फाइटोएस्ट्रोजेन गुण हार्मोनल असंतुलन को संतुलित करने में मदद करते हैं, जो PCOD और PCOS की जड़ होती है।

 

सूजन और ऐंठन को कम करता है

 

मुलैठी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर में सूजन और दर्द को कम करने में सहायक होते हैं। यह पीरियड्स के दौरान होने वाली ऐंठन से राहत दिलाने में भी मददगार है।

 

शरीर को डिटॉक्स करने में करता है मदद

 

मुलैठी लिवर और किडनी को डिटॉक्स करने में मदद करती है, जिससे शरीर के हॉर्मोन्स बेहतर तरीके से काम करते हैं। इससे आपके चेहरे पर भी ग्लो आता है।

 

मुलैठी पीने का सही तरीका

 

एक कप पानी में आधा चम्मच सूखी मुलैठी की जड़ डालें।

इसे 5-7 मिनट तक धीमी आंच पर उबालें। छानकर हल्का गर्म ही पिएं। स्वाद के लिए थोड़ा शहद या दालचीनी मिला सकते हैं।

 

मुलैठी की चाय कब पिना है सही? 

 

इसे दिन में एक बार सुबह खाली पेट या शाम को खाने के बाद पीना सबसे फायदेमंद होता है।

 

मुलैठी की चाय कितनी बार पिएं?

 

सप्ताह में 4-5 बार इसका सेवन करना उचित होता है, लेकिन किसी भी लंबी अवधि के लिए रोजाना सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

 

अमृता कुमारी – नेशन्स न्यूट्रीशन                          क्वालीफाईड डायटीशियन                                    डायबिटीज एजुकेटर, अहमदाबाद

By AMRITA

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