भारत में दूध को एक संपूर्ण आहार माना जाता है। बच्चों को रोज दूध पिलाने का चलन है. खासकर रात को सोने से पहले उन्हें दूध पिलाकर सुलाया जाता है. पेरेंट्स को लगता है रात को दूध देना बच्चों के लिए फायदेमंद साबित होता है.
अगर आप भी ये सोचकर अपने बच्चों को रात को दूध देते हैं तो जरा सावधान हो जाइए. बच्चे को रात को दूध देना उनके लिए हानिकारक साबित हो सकता है. लोगों को लगता है कि दूध रात को पीने वाली ड्रिंक है मगर ऐसा नहीं है. रात को बच्चों को बिल्कुल भी दूध नहीं देना चाहिए. आइए आपको इसके पीछे की वजह बताते हैं.
रात में क्यों न पिलाएं बच्चे को दूध
अगर आपके बच्चे की उम्र दो साल से ज्यादा है और उसे खांसी-जुकाम होता रहता है. तो उसे रात को दूध देने से बचना चाहिए. अगर इनके साथ ही आपके बच्चे को कब्ज और थकान भी रहती है तो ये मिल्क बिस्कुट सिंड्रोम के लक्षण हो सकते हैं. आपको इस सिंड्रोम के बारे में पता होना चाहिए. अगर आप बच्चे को रात को मीठा दूध देते हैं तो इससे जुकाम और खांसी हो सकते हैं. ये एसिडिटी कर सकते हैं.
क्या है मिल्क बिस्कुट सिंड्रोम?
मिल्क बिस्कुट सिंड्रोम कोई बीमारी नहीं है इसमें बच्चे को रात को दूध और स्नैक्स देने से रिफ्लक्स होने की समस्या हो सकती है. इसके साथ ही कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बच्चे को हो सकती है. ये कोई एलर्जी या इंफेक्शन नहीं है लेकिन राय को दूध पिलाने से बच्चों में पाचनशक्ति की कमी आ सकती है।
दूध में शुगर होती है जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है और बच्चे को हाइपरएक्टिविटी हो सकती है. जिसकी वजह से बच्चे को रात को सोने में मुश्किल हो सकती है. अगर आपको लगता है कि रात को सोने से पहले बच्चे को दूध देने से वो आराम की नींद सोता है तो आप गलत हैं इसकी वजह से बार-बार नींद टूटती है.
नहीं बढ़ता है वजन
बहुत से लोगों को गलतफहमी है कि अगर बच्चे को रात को सोने से पहले दूध देंगे तो इससे उसका वजन बढ़ जाएगा. मगर ऐसा नहीं है. रात को बच्चे को दूध पिलाने से उसका वजन नहीं बढ़ेगा.
बॉडी सही से डिटॉक्सिफाइड नहीं हो पाती है
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर आप बच्चे को रात को दूध पिलाकर सुलाते हैं तो इससे उनका शरीर नेचुरली डिटॉक्सिफाइड नहीं हो पाता है. डिटॉक्सिफिकेशन प्रोसेस में प्रॉब्लम आती है. इस वजह से रात को अगर दूध देती हैं तो अब इसे बंद कर दें.
जिन बच्चों को खांसी-जुकाम की सबसे ज्यादा समस्या रहती है उन्हें रात को दूध देने से बचना चाहिए. आपको खुद अपने बच्चे की तबीयत में फर्क नजर आएगा. उसकी जुकाम-खांसी की समस्या धीरे-धीरे कम होने लगेगी. उसके बाद से आप खुद उसे रात को दूध नहीं देंगे.
दूध देने का सही समय क्या है?
बच्चे को दूध देने का सबसे सही समय सुबह और शाम के नाश्ते का समय होता है. नाश्ते के साथ ही बच्चे को दूध देना चाहिए. सुबह दूध पीने से बच्चा पूरे दिन एक्टिव रहता है और दूध आसानी से पच भी जाता है. दूध को पचाने में कोई दिक्कत भी नहीं आती है. अगर आपका बच्चा स्कूल जाता है तो सुबह स्कूल जाते हुए अपने बच्चे को दूध दे सकते हैं. इससे सुबह उसका पेट भी भरा रहेगा. शाम को भी नाश्ते के वक्त उसे दूध देने से वो एनर्जेटिक महसूस करेगा और उसे खेलने में भी थकान महसूस नहीं होगी। साथ ही रात के खाने से पहले उसे भूख नहीं लगेगी और वो पैकेट फूड या उल्टा सीधा कुछ खाने की जिद नहीं करेगा। तो देखा आपने सही समय पर दूध देना कितना लाभकारी है!
अमृता कुमारी – नेसन्श न्यूट्रीशन (क्वालिफाईड डायटीशियन/ एडुकेटर अहमदाबाद)